पवित्रता से स्वत: मिट जाती समस्याएं
मधुपुर (देवघर) : शहर के अग्रसेन भवन मे ब्रह्मकुमारी प्रजापिता की ओर से रक्षा बंधन उत्सव का आयोजन किय
मधुपुर (देवघर) : शहर के अग्रसेन भवन मे ब्रह्मकुमारी प्रजापिता की ओर से रक्षा बंधन उत्सव का आयोजन किया गया। इसमें भुवनेश्वर से आई ब्रह्मचारिणी देवी मधुस्मिता ने रक्षा बंधन के महत्व व उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि इसके रहस्यों को जीवन में अपनाने से 21 जन्मों तक मनुष्य को सुख और शांति से स्वर्ग में राज की प्राप्ति होती है। आत्मा से अपने बहनों को मानने वाले भाईयों का परमात्मा से मिलन होता है। रक्षा बंधन पर्व मनाने के पीछे अनेक कथा हैं। अभी संगम युग चल रहा है। कलियुग की परिसमाप्ति होने वाली है और सतयुगी सूर्योदय होने वाला है। इस पावन समय पर ही गीता में किए अपने वायदे के अनुसार परमपिता परमात्मा का अवतरण प्रजापिता ब्रह्मा के तन में होता है। साथ ही परमात्मा सभी आत्माओं से पवित्रता धारण करने की प्रतिज्ञा कराते हैं। इसी को दुनिया वाले रक्षा बंधन पर्व के रूप में मनाते हैं। पवित्रता का पालन करने से सभी समस्याओं का स्वत: निदान हो जाता है। इसलिए ब्रह्मकुमारी का ध्येय वाक्य 'पवित्र बनो, योग बनो' है। इस अवसर पर शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने के उपरांत राखी बांधी गई। साथ ही भाईयों के बीच मधुस्मिता ने राखी बांधकर मिठाई खिलायी। मौके पर परमेश्वर लाल गुटगुटिया, पूर्व वार्ड पार्षद मालती देवी, सीता माता, ललिता, बबीता, रेखा, पार्वती, गीता, देवंती, गायत्री टिबड़ेवाल, नारायण, नरेश, रंजीत आदि उपस्थित थे।