कांवरिया पथ में बालू की गुणवत्ता पर बिफरे उपायुक्त
देवघर : मासव्यापी श्रावणी मेला का शुभारंभ 48 घंटे बाद हो रहा है, ऐसे में मेला व कांवरियों की सुविधा
देवघर : मासव्यापी श्रावणी मेला का शुभारंभ 48 घंटे बाद हो रहा है, ऐसे में मेला व कांवरियों की सुविधा को लेकर की गई तैयारी का जायजा बुधवार को उपायुक्त अमीत कुमार व आरक्षी अधीक्षक पी मुरुगन ने लिया।
साथ में अनुमंडलाधिकारी सुधीर कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ. दिवाकर कामत सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे। डीसी व एसपी के जायजा का कार्यक्रम झारखंड की सीमा दुम्मा से शुरू हुआ। कुछ दूर ही चले थे कि उनको एहसास हुआ कि जो बालू बिछाया गया है, वह कांवरियों को सहूलियत देने के बजाय उनके लिए मुश्किल का सबब बन जाएगा। पत्रकारों से बात करते हुए डीसी ने कहा कि जो बालू बिछाया गया है, उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। कंकड़ व पत्थर होने के कारण यह कांवरियों के लिए मुश्किल पैदा करेगा। ऐसे में श्रावणी मेला प्रारंभ होने के पहले अच्छी गुणवत्ता का बालू चालकर बिछाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही कहा कि भीड़ को देखते हुए जरूरत पड़ने पर रविवार व सोमवार को भी अलग से बालू बिछाने का काम किया जाएगा। विद्युत विभाग के पदाधिकारियों को डीसी ने बुधवार शाम तक कांवरिया पथ में विद्युत आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया।
साफ-सफाई का दिया निर्देश: डीसी व एसपी ने कांवरिया पथ के अलावा मेला क्षेत्र में तैयारियों का जायजा लिया। साफ-सफाई पर उपायुक्त ने असंतोष जाहिर करते हुए इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर कांवरियों के लिए आवश्यक जानकारी व सुविधा के लिए हर प्रशासनिक शिविर में ध्वनि विस्तारक यंत्र होगा। इससे कम से कम दो सौ मीटर दूर तक सूचना का प्रसारण किया जा सके। कांवरिया पथ में पांच स्वास्थ्य शिविर होगा, जिसमें प्राथमिक इलाज की आवश्यक व्यवस्था रहेगी। कांवरियों को गर्मी से निजात दिलाने के लिए 9 इन्द्र वर्षा व हर डेढ़ किमी पर वरुण वर्षा की व्यवस्था रहेगी।
सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम: पत्रकारों को संबोधित करते हुए एसपी पी मुरुगन ने कहा कि श्रावणी मेला में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पर्याप्त मात्रा में जवानों व पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। इसके अलावा पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था रहेगी। किस को क्या करना है, इस संबंध में सभी को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है।
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कांवरियों के दर्द को डीसी ने किया महसूस: बुधवार को उपायुक्त अमीत कुमार प्रशासनिक तामझाम के साथ दुम्मा पहुंचे। वहां से नंगे पांव ही कांवरिया पथ पर निकल पड़े। उन्होंने कांवरियों के दर्द को बखूबी समझ लिया। नंगे पैर उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि कंकड़ युक्त बालू कांवरियों को सहूलियत प्रदान करने के बजाय उनकी शिवभक्ति की राह में रोड़ा बन जाएंगे। बस क्या था उपायुक्त ने अगले तीन दिन के अंदर इसे दुरुस्त करने का फरमान जारी कर दिया। यहीं नहीं रविवार व सोमवार को बालू की अलग से व्यवस्था रखने का भी निर्देश दे दिया।