दीपावली के बाद शहर में लगा कचरे का अंबार
देवघर : महालक्ष्मी के स्वागत के लिए दीपावली के दिन की गई घर-आंगन व शहर की सफाई का असर दूसरे दिन नहीं
देवघर : महालक्ष्मी के स्वागत के लिए दीपावली के दिन की गई घर-आंगन व शहर की सफाई का असर दूसरे दिन नहीं दिखा। दीपोत्सव को लेकर निगम ने चौक-चौराहों को गंदगी से मुक्त करा दिया, लेकिन दीपावली की रात करोड़ों की आतिशबाजी से फैली गंदगी, घर से निकला कूड़ा उसी स्थान पर रख दिया गया जहां कल सामूहिक प्रयास से सफाई की गई थी।
अभियान की पड़ताल में सच्चाई आयी सामने
स्वच्छ भारत स्वस्थ्य भारत की मंशा को पूरा करने के लिए ही एक अभियान का रूप दिया गया है, ताकि एक एक व्यक्ति इससे जुड़े और उसमें सहयोग करे। आवाम को चाहिए कि वह निगम पर इस बात के लिए सजग करे कि वह जगह जगह कूड़ादान रखे ताकि लोग अपने घर का कूड़ा वहां फेंके। निगम को चाहिए कि वह नियमित रूप से उन स्थानों से कूड़ा उठाए। जब तक टीम भावना नहीं आएगी तब तक सफलता नहीं मिलेगी। क्योंकि दीपावली के अगले दिन सफाई का जो नजारा देखा गया वह यह बताने को काफी है कि घर को देखा शहर को नहीं देखा जा रहा।
केस स्टडी
पवित्र शिवगंगा घाट के पश्चिमी तट पर गंदगी पसरा मिला। वहां से सटे मानसरोवर की ओर जब चले तो देखा गया कि यहां भी सड़क किनारे कूड़ा पसरा हुआ है। स्टेशन रोड जो पूजा के पूर्व साफ दिख रहा था पुराने ढर्रा पर लौट आया है। कास्टर टाउन के दोनों किनारे निगम ने बड़ी मेहनत की पर दीपावली की शाम हुए कचरा ने अगले दिन ही शहर की साफ-सफाई का दिवाला निकाल दिया। चूंकि छठ घाट के रास्ते का भी इसी बहाने मुआयना किया गया तो पाया कि बरमसिया के निकट सर्कुलर रोड से नंदन पहाड़ को जाने वाली दो सड़कें एक कुमुदनी घोष रोड दूसरा रिफ्यूजी कालोनी के सामने से जाने वाली सड़क कूड़ा के ढेर के कारण तंग गली बन गयी है। डढ़वा नदी के किनारे भी लोगों ने दीपावली के बाद कचरों का अंबार लगा दिया है।