बैठक की अहमियत नहीं समझते अधिकारी : प्रमुख
करौं (देवघर) : प्रखंड परिसर स्थित कृषि सभागार में मंगलवार को प्रमुख कुसुम देवी की अध्यक्षता में पंचा
करौं (देवघर) : प्रखंड परिसर स्थित कृषि सभागार में मंगलवार को प्रमुख कुसुम देवी की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हुई। इसमें बिजली, पीएचईडी, वन, आपूर्ति समेत अन्य विभागों के अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर आपत्ति जताई गई। प्रमुख ने कहा कि पंसस की बैठक को अधिकारी अहमियत नहीं देते हैं। सर्वसम्मति से इनके खिलाफ उपायुक्त को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया। कहा कि ऐसे विभागीय पदाधिकारी हमें तवज्जो नहीं देते हैं। कुछ पदाधिकारी खुद की जगह अपने प्रतिनिधियों को ही बैठक में भेज देते हैं। इस कारण विकास कार्यो के साथ-साथ जन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है। बैठक में सर्वप्रथम मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई।
बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि मजदूरों का मजदूरी भुगतान करने के बाद ही वाउचर की राशि का भुगतान किया जाएगा। वहीं तीन साल से अधूरे पड़े तालाब जीर्णोद्धार योजनाओं का तकनीकी प्रतिवेदन लेकर बंद करने का प्रस्ताव लिया गया। बीडीओ ने बताया कि प्रखंड में 523 इंदिरा आवास निर्माण लंबित है। इसको पूर्ण करने में सदस्यों से सहभागिता निभाने की अपील की गई। उपप्रमुख नित्यानंद यादव ने प्रखंड में लंबित असैनिक कार्यो की सूची देने की मांग बीपीओ से की। पंसस महेश्वर पांडेय ने दीपावली के अवसर पर जन वितरण प्रणाली दुकान में किरासन तेल आपूर्ति नहीं होने की शिकायत की। बैठक में बीआरजीएफ के 42 में से तीन योजनाओं का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया गया। पशुपालन, कृषि व सहकारिता विभाग के कार्यो की समीक्षा की गई। मौके पर बीसीईओ अजीत सिंह, बीएसएस जीतेंद्र कुमार दुबे, सहायक अभियंता नित्यानंद सिंह, कनीय अभियंता अनिल झा, संजय सिंह, राजेंद्र यादव, पंसस चमेली मुर्मू, सीता देवी, राबड़ी देवी, मोबिन अंसारी, मुनकी देवी समेत अन्य उपस्थित थे।