पंसस की बैठक में सदस्यों ने किया हंगामा
सारठ : प्रखंड सभागार में मंगलवार को प्रमुख शिखा देवी की अध्यक्षता में आयोजित पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हंगामेदार रही। सदस्यों ने उठाए गए मामलों पर ठोस कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जतायी और बाहर जाने लगे। बीडीओ प्रमोद कुमार दास ने सदस्यों को समुचित कार्रवाई का भरोसा देकर बैठने की अपील की।
विधायक प्रतिनिधि महेंद्र सिंह, पंसस शहनाज बीवी, संजय महरा समेत अन्य ने जविप्र दुकानों में सूचनापट्ट नहीं लगाने और लाभुकों को निर्धारित मात्रा में अनाज नहीं देने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ निर्माण योजना में मुखिया की मनमानी का मामला उठाया। कहा कि योजना चयन में ग्रामसभा को तरजीह नहीं दी जा रहा है। जनहित को ध्यान में नहीं रखकर योजना का चयन किया गया। कहा कि ग्रामसभा की जानकारी सदस्यों को नहीं दी जाती। पंसस मीना देवी ने महिला सशक्तीकरण योजना के लिए प्रमुख को मिले 25 लाख रुपये से संबंधित मसले को उठाते हुए कहा कि प्रमुख के पंचायत में ही चार योजना पर राशि खर्च कर दी गयी। सांसद प्रतिनिधि इश्तियाक मिर्जा व उपप्रमुख कृष्णा मंडल ने सबैजोर पंचायत के जमुआ व ठाढ़ी पंचायत के रंगनिया गांव में आंगनबाड़ी केंद्र खोलने का प्रस्ताव दिया।
सदस्यों ने आरोप लगाया कि कल्याणकारी योजनाओं में जारी अनियमितता पर सवाल उठाने के बावजूद अधिकारी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। टेबल पर ही जांच रिपोर्ट तैयार कर दी जाती है। उपप्रमुख समेत कई अन्य सदस्यों ने बीपीआरओ श्रीराम तिवारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया। कहा कि बीपीआरओ पंचायत में जाकर योजनाओं की जांच नहीं करते हैं। नियम है कि सभी पंचायत में जाकर योजनाओं का चयन किया जाए ताकि इसमें पारदर्शिता बनी रहे।
मौके पर बीपीओ एस हेम्ब्रम, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मनमोहन सिंह, सहायक अभियंता मुकेश कुमार, बीसीओ जान मरांडी, दिवाकर मिश्रा, बीटीएम शशांक शेखर, कनीय अभियंता केएन शर्मा, गौतम कुमार, श्रीनंदन सिंह, पंसस सुधा देवी, सत्यवति देवी, चिंटू साह, रूपेश वर्मा आदि उपस्थित थे।