सभी भाषाओं की जननी है संस्कृत
देवघर : संस्कृत भाषा की शिक्षा देने के उद्देश्य से यहां के अभया कुटीर में बुधवार को 15 दिवसीय निश्शुल्क संस्कृत शिक्षण सह संभाषण शिविर शुरू हुआ। वासुदेव संस्कृत प्रचार समिति द्वारा आयोजित शिविर का उद्घाटन पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो. सुरेश भारद्वाज, पं. कामेश्वर मिश्र, कन्हैयालाल मिश्र, शंकर कुमार झा, कृष्णधन मिश्र ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत श्रेया और खुशी ने सरस्वती वंदना से की।
वक्ताओं ने कहा कि संस्कृत देवभाषा है। यह सभी भाषाओं की जननी है। इसे बचाना बहुत जरूरी है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस शिविर का शुभारंभ किया गया है। बताया गया कि समिति संस्कृत के प्रचार-प्रसार में लगी हुई है। अब तक दो हजार विद्यार्थी इस भाषा के ज्ञाता हो चुके हैं। मौके पर समिति के कोषाध्यक्ष मुकुटनारायण पुरोहितवार, प्रमोद श्रृंगारी, राजेश झा, सचिव शिवचांद कुंजिलवार, अनिल सरेवार, शिवनाथ मिश्र, शिविर संचालक सचिव त्रिपाठी समेत अन्य उपस्थित थे।