समय सीमा समाप्त, आधी ही बनी सड़क
सारठ : पथ निर्माण विभाग द्वारा 38 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे सारठ-बस्ती-पालोजोरी वाया चितरा पथ का कार्य ढाई साल बीतने के बाद भी अधर में लटका हुआ है। इस सड़क की महता इसी से लगाई जा सकती है कि यह जिले के एकमात्र औद्योगिक प्रतिष्ठान चितरा को जोड़नेवाली लाइफ लाइन है। निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए विस अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कई बार संवेदक व विभागीय अभियंताओं को फटकार लगाई। वहीं विभागीय सचिव के समक्ष शिकायत भी की थी। मगर इसका संवेदक पर तनिक भी प्रभाव नहीं पड़ा। लोगों का कहना है कि जब विस अध्यक्ष के क्षेत्र का यह हाल है तो अन्य जगहों पर हो रहे विकास योजनाओं के क्रियान्वयन का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। सड़क पर बने विभिन्न पुलिया के समक्ष ऐसी स्थिति बन गई है कि कभी भी दुर्घटना हो सकती है। सड़क पर पत्थर निकल जाने से आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस पथ की आधारशिला तत्कालीन उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सहकारिता मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, विधायक शशांक शेखर भोक्ता ने किया था। उस वक्त संवेदक को समय सीमा में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। समय सीमा समाप्त होने के एक साल बीतने को हैं, सड़क का काम आधा ही हो सका है। लोगों ने अविलंब सड़क निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की है, ताकि इस महत्वपूर्ण पथ का लाभ मिल सके।