प्रत्येक सोमवार को होता भव्य महारुद्राभिषेक
करौं (देवघर) : बाबानगरी में श्रावणी मास में श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला अनवरत जारी है। जिले के विभिन्न प्रखंड में भी श्रावण मास के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। ऐतिहासिक व पौराणिक नगरी करौं स्थित कर्णेश्वर मंदिर में श्रावणी महोत्सव से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। प्रत्येक दिन दूरदराज गांवों से शिवभक्त बाबा का जलाभिषेक करने आ रहे हैं।
सुबह से ही मंदिर में शिवभक्तों का तांता लगा रहता है। वैसे तो पूरे सावन माह यहां काफी भीड़ रहती है, परंतु सोमवार को मंदिर प्रांगण की छटा ही निराली होती है। पूरे मास तक शाम में सरोज पुजारी, देबू पुजारी एवं बापी पुजारी बाबा की श्रृंगार पूजा करते हैं। पिछले नौ साल से श्रावण मास में श्रृंगार पूजा की जा रही है। श्रृंगार पूजा में दूध, दही, घी, मधु, कुमकुम आदि से बाबा का अभिषेक किया जाता है। इसके बाद विभिन्न प्रकार के फूल, कस्तूरी, गंधोदक एवं वस्त्र चढ़ाकर बाबा का श्रृंगार किया जाता है। प्रत्येक सोमवार को बाबा का भव्य महारुद्राभिषेक किया जाता है। इस दुर्लभ क्षण को देखने भक्तों की भीड़ जमा हो जाती है। मानों श्रद्धालु शिव में एकाकार हो जाते हैं।