सामाजिक उत्थान को आरक्षण की वकालत
चितरा : सारठ के बोचबांध में गुरुवार को सिंदुरिया समाज की बैठक मथुरा दास की अध्यक्षता में हुई। इसमें समाज के उत्थान और सरकार से पिछड़ी जाति का दर्जा देने की मांग पर विचार-विमर्श किया गया। कहा गया कि समाज सामाजिक और आर्थिक दोनों रूप से पिछड़ा हुआ है। समाज के अधिकांश लोग सिंदूर, चूड़ी, बिंदी आदि बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस कारण वे अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। शिक्षा के अभाव में उन्हें नौकरी नहीं मिल पाती है। मजबूरन उन्हें परंपरागत पेशे से जुड़ना पड़ता है। कहा कि सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े रहने के बावजूद पिछड़ा वर्ग का दर्जा नहीं दिया गया है। समाज ने सरकार से पिछड़ा वर्ग का दर्जा दिए जाने की मांग की है। मौके पर गोपी गोपाल दास, ललिता देवी, रोहित दास, परमानंद दास, राजेश दास, चंद्रशेखर दास, राजेंद्र दास, भोला दास आदि उपस्थित थे।