शराब जब्ती के 33 घंटे बाद भी प्राथमिकी प्रक्रिया में
हंटरगंज : बिहार में शराब बंदी के शराब व्यवसायियों और तस्करों का पौ बारह है। सूत्र बताते हैं कि हंटरग
हंटरगंज : बिहार में शराब बंदी के शराब व्यवसायियों और तस्करों का पौ बारह है। सूत्र बताते हैं कि हंटरगंज के विभिन्न मार्गों से प्रतिदिन लाखों रुपए का अवैध अंग्रेजी व देशी शराब का पाउच बिहार भेजा जा रहा है। इसके रोकथाम में झारखंड व बिहार की पुलिस महज औपचारिकता निभा रही है। साख बचाने के लिए कभी-कभार धर पकड़कर खानापूर्ति कर रही है। तस्करों को शराब की आपूर्ति कौन व कहां से हो रही है, जिस पर पुलिस का हाथ नहीं पहुंच रहा है। जो पुलिस की भूमिका और कार्रवाई को कटघरे में खड़ा करता है। सूत्रों के अनुसार शराब की हाड़ में जहर व नकली शराब भी बड़े पैमाने पर बिहार भेजा जा रहा है। इसमें पुलिस की मिली भगत है। वशिष्ठ नगर पुलिस ने रविवार की रात एक पिकअप वैन पर लदा सैकड़ों लीटर देशी शराब जब्त किया। चालक को भी कब्जे में ले लिया था। जानकारी के अनुसार जब्त शराब नकली बताया जाता है, जो हंटरगंज के एक लाइसेंसी शराब दुकान का है। वहीं जब्त वाहन भी हंटरगंज का है। उसका चालक और मालिक भी हंटरगंज का है। पुलिस ने बार-बार पूछे जाने पर भी मामले को जमींदोज बनाए रखा। जबकि पिकअप वेन के चालक व शराब के बाबत खुलासा करने में पुलिस चुप्पी साधे रही। कुरेदे जाने पर गोल मटोल शराब जब्त एवं जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। जबकि वाहन चालक सह मालिक ने सबकुछ खुलासा कर दिया है। मामला सुर्खी बनने पर रफा-दफा करना संभव नहीं हुआ। हैरत की बात है कि मंगलवार की देर शाम शराब बरामदगी के बाबत पूछे जाने पर थाना प्रभारी ने जब्ती की पुष्टि की। परंतु प्राथमिकी प्रक्रिया में होने की बात कही।