हज के सारे अरकानों को आजमीन करें पूरा
चतरा : हज यात्रा पर जाने वाले आमजीनों का गुरुवार को एक दिनी तरबियती कैंप (प्रशिक्षण शिविर) का आयोजन
चतरा : हज यात्रा पर जाने वाले आमजीनों का गुरुवार को एक दिनी तरबियती कैंप (प्रशिक्षण शिविर) का आयोजन किया। प्रशिक्षण शिविर स्थानीय अरबी कॉलेज में लगाया गया था। इसमें चतरा एवं लातेहार के करीब पांच दर्जन आजमीन-ए-हुजाज ने शिरकत की और अरकान-ए-हज के तरीकों से अवगत हुए। प्रशिक्षक का आयोजन हज कमेटी ने किया था। जिसमें इंतजाम का दायित्व मोना ट्रांसपोर्ट ने निभाई। कंपनी ने प्रशिक्षण में आने वाले आजमनी-ए-हुजाज का खाना एवं हज यात्रा में प्रयुक्त होने वाले कुछ उपयोगी सामानों का भी वितरण किया। आजमीन-ए-हुजाज को खिताब करते हुए प्रशिक्षक मुफ्ती नजरे तौहीद ने कहा कि हज के दौरान सबसे महत्वपूर्ण अरकान होते हैं। हज यात्रा पर जाने वालों को इन अरकानों को पूरा करना चाहिए। अरकानों को पूरा करने में पूरी इमानदारी और शांतभाव की जरूरत होती है। ऐसे में प्रयास करना चाहिए कि इन सभी अरकानों को सही और बेहतर तरीके से अंजाम दिया जा सके। उन्होंने कहा कि आजमीन इस क्रम में अपनी सेहत का ख्याल रखें। प्रशिक्षक मौलाना नसीमुद्दीन कासमी ने आजमीन-ए-हुजाज को सफर-ए-सामान की जानकारी दी। कहा कि यात्रा के लिए बहुत अधिक सामान लेने की जरूरत नहीं है। बस खाने की कुछ सूखी चीजें रखे। कम सामान रहने पर किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। हाफीज मौलाना अबुर्दा ने कहा कि हज एक अहम फरीजा है। हज के सफर पूरे चालीस दिन लगते हैं। आजमीन वक्त को ऐसे ही बेजा बर्बाद नहीं होने दें, जैसे ही मौका मिले, वैसे मस्जिद-ए-नबवी में नमाज अदा करें। कोशिश करें कि मस्जिद-ए-नवबी में अधिक से अधिक नमाज अदा करने की। प्रशिक्षण को मौलाना शमीम अहमद आदि ने भी खिताब किया। आयोजन को सफल बनाने में मौलाना जसीमुद्दीन मजीहिरी, हाजी जब्बार, हाजी अब्दाल, मौलाना शोएब आदि ने अहम भूमिका निभाई।