श्मशान घाट में बना दिया तालाब, ग्रामीणों ने किया विरोध
गिद्धौर : योजनाओं बनाओं, समय से पूरा करो और सरकारी राशि खर्च करो का भूत अधिकारियों पर इस कदर हा
गिद्धौर : योजनाओं बनाओं, समय से पूरा करो और सरकारी राशि खर्च करो का भूत अधिकारियों पर इस कदर हावी है कि योजना स्थल की जांच करना मुनासिब नहीं समझा जाता है। पारदर्शिता का राग अलापने वाले अधिकारी योजनाओं का अनुमोदन करते हुए भौतिक रूप से स्थल का पता लगाना भी नहीं चाहते हैं। नतीजतन अधिकारी भी बिचौलियों के झांसे में आ जाते हैं। यही कहानी दोहराई गई है कान्हाचट्टी के पिंडारकोण में। इस गांव के श्मशान में ही तलाब की खोदाई कर दी गई। यह मामला सोमवार को प्रकाश में आया। जब रातों रात बिचौलियों के मिली भगत से ¨पडारकोण गांव की श्मशान घाट में तालाब व डोभा का निर्माण किया जा रहा था। सूचना मिलते ही ¨पडारकोण गांव के ग्रामीण योजना स्थल पर पहुंचकर इसका विरोध करने लगे। हालांकि निर्माण कार्य रात में जेसीबी लगाकर किया जा रहा था। विरोध करने के बाद बिचौलिया जेसीबी लेकर फरार हो गए। मजे की बात तो यह है कि योजना की प्रशासनिक स्वीकृति बारीयातु पंचायत के लोहडी के कृष्णा यादव की जमीन में तालाब निर्माण को लेकर दिया गया है। तालाब का निर्माण पर 4.58 लाख रुपये की लागत आएगी। परंतु यह योजना लोहड़ी गांव के सिकंदर यादव द्वारा मंझगांवा पंचायत के ¨पडारकोण गांव अवस्थित भूताहा सीमर शमशान घाट में तालाब निर्माण कराया जा रहा था। इस बाबत ¨पडारकोण गांव के ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को आवेदन देकर मामले की जांच कराने की मांग की है। आवेदन में ग्रामीणों ने कहा कि शमशान घाट पर अवैध रूप से कब्जा कर तालाब व डोभा का निर्माण कराया जा रहा है। इस आवेदन में मंझगांवा के पंस सदस्य सुरेंद्र यादव ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है। इसकी जांच होनी चाहिए।
अधिकारी वर्जन
मामले की जानकारी मिली है। शमशान घाट पर अवैध रूप से तालाब निर्माण किया जा रहा था। इसकी जांच बीपीओ के माध्यम से कराई जाएगी। जांच प्रतिवेदन शीघ्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि जाचं के बाद बिचौलियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मनोज कुमार, बीडीओ, गिद्धौर।