दूसरे चरण का मतदान आज, सुरक्षा का व्यापक प्रबंध
चतरा : जिले में दूसरे चरण का होने वाला मतदान को लेकर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। दूस
चतरा : जिले में दूसरे चरण का होने वाला मतदान को लेकर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। दूसरे चरण का मतदान सिमरिया व टंडवा प्रखंड में होना है। मतदान सुबह के सात बजे से शुरू होगा और दोपहर के तीन बजे संपन्न हो जाएगा। एक मतदाता चार उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे। जिसमें जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया व वार्ड सदस्य शामिल है। मतदानकर्मियों का दल कलस्टरों से शनिवार की सुबह पांच बजे तक अपने अपने मतदान केंद्र तक पहुंच जाएंगे। इन कर्मियों को गुरुवार को जिला मुख्यालय से प्रखंडों के कलस्टरों के लिए रवाना किया गया था। मतदान को लेकर सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया है। जिला बल के अलावा अर्द्धसैनिक बलों को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है। इन दोनों प्रखंडों को दो-दो जोन में बांटा गया है। जबकि सिमरिया प्रखंड को 22 व टंडवा प्रखंड को 30 सेक्टर में बांटा गया हे। मतदान कार्य में उपरोक्त दोनों प्रखंडों के 468 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान कार्य को लेकर कुल 2624 मतदान कर्मी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। गांव की सरकार के गठन में निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने में सुरक्षा बल एवं मतदानकर्मी अपना धर्म निभाएंगे। इन दोनों प्रखंडों में मतदाताओं की कुल संख्या 1,46,657 है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 68,427 व महिला मतदाताओं की संख्या 68,427 है। इसमें सिमरिया प्रखंड में कुल मतदाताओं की संख्या 67,233 है। जिसमें पुरूष 35,392 व महिलाएं 31,841 है। इसी प्रकार टंडवा प्रखंड में कुल मतदाताओं की संख्या 79,424 है। इसमें पुरुषों की संख्या 42,838 व महिलाओं की संख्या 36,568 है। उपरोक्त मतदाता जिला परिषद सदस्य के पांच, पंचायत समिति सदस्य के 44, मुखिया के 36 व वार्ड के 315 सदस्यों का चयन करेंगे। यहां पर बता दें कि पंचायत समिति सदस्य के तीन व मुखिया के दो और वार्ड के 155 उम्म्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। शेष बचे 385 पदों के लिए कुल 1300 उम्मीदवार मैदान में हैं। सत्तर प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। जबकि करीब बीस प्रतिशत केंद्र संवेदनशील और करीब दस प्रतिशत सामान्य मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान का प्रतिशत अधिक से अधिक कराने के लिए जिला प्रशासन ने हर संभव प्रयास किया है। इसके तहत मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा गया है। अब देखना है कि पहले चरण की अपेक्षा दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत कितना अधिक होता है।