Move to Jagran APP

चतरा में नदियां उफान पर, टापू बने गांव

चतरा : लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले की सभी नदियां उफान पर हैं। इनमें से कु

By Edited By: Published: Sat, 01 Aug 2015 10:04 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2015 10:04 PM (IST)

चतरा : लगातार दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले की सभी नदियां उफान पर हैं। इनमें से कुछ नदियों का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है, तो कुछ खतरे के निशान के करीब हैं। जिन नदियों में पुल नहीं है, वहां पर बाढ़ आई है। परिणामस्वरूप बाढ़ के कारण सौ से अधिक गांव टापू बन गए हैं। इन गांवों में पिछले दो दिनों से आवागमन पूरी तरह से ठप है। पिछले पंद्रह दिनों में यह दूसरा मौका है, जब उपरोक्त गांव टापू बने हैं। इससे पूर्व 15 एवं 16 जुलाई को हुई लगातार बारिश के कारण पत्थलगडा के बकुलिया, सिमरिया के पीरी छलका, गिद्धौर प्रखंड के घटेरी नदी, प्रतापपुर के मोरहर नदी सहित अन्य नदियों में बाढ़ आ गई थी। जिसके कारण संबंधित नदियों के निकटवर्ती गांव टापू बन गए थे। इस बार भी स्थिति कमोवेश वैसी ही है। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण उपरोक्त सभी नदियों में बाढ़ आई है। पानी का बहाव इतना अधिक है कि लोगों का संपर्क प्रखंड एवं जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट चुका है।

loksabha election banner

लगातार हो रही बारिश के कारण दो दिनों के भीतर कुंदा, प्रतापपुर, गिद्धौर, सदर, कान्हाचट्टी, हंटरगंज, पत्थलगडा आदि प्रखंडों में चार दर्जन से अधिक कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गुरुवार की मध्य रात्रि से लेकर शनिवार की सुबह दस बजे तक जिले में 75 मिमी से अधिक बारिश हुई है। जानकार इसे बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान कोमेन का असर बता रहे हैं। इधर राज्य का मौसम विभाग ने आने वाला दो से तीन दिनों में और भी बारिश होने की संभावना जताया है।

यह गांव बने हैं टापू

बकुलिया नदी क्षेत्र : बकुलिया नदी पर पुल नहीं होने से पत्थलगडा प्रखंड के उरूब, तपसा, हांडे, मेराल, मेरमगडा, हुडमूड, सिलहट्टी, रेहला, कोरांबे, सीमरातरी, बारा, शयाल, हीसातरी, घामा, जारी, रतुरबा, चरकी टांड, पांडेयतरी आदि गांव टापू बना हुआ है।

घटेरी नदी क्षेत्र : गिद्धौर प्रखंड के तरी, घटेरी, कुबरी, सुईयाटांड, उमाढाकी, चिरैया, जमुआ आदि गांव।

मोरहर नदी क्षेत्र : घोड़, जमुआ, नारायणपुर, बरूरा, ¨हदिया, बरवाडीह, फगुआ, केवलिया, सुगनडी, एघारा, नेभी, फलंगा, उसवाटांड, रहरिया, चरका, डूमरवार, बधार, तेजन, अलखडीह आदि शामिल है।

सिसई नदी क्षेत्र : टंडवा प्रखंड के सिसई, उरदा, बुटखेता, गोपदा, तरहा, टाडहमदीरी आदि गांव

कबरा नदी क्षेत्र : टंडवा के कबरा आदि गांवगरही नदी क्षेत्र : टंडवा के उत्तराठी, करमटांड, मतलौंगा आदि गांव भारी बारिश से टापू बने हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.