डीसी ने डीडब्ल्यूओ के निलंबन की अनुशंसा की
चतरा : उपायुक्त अमित कुमार ने जिला कल्याण पदाधिकारी अवधेश कुमार सिन्हा के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनके निलंबन की अनुशंसा की है। उपायुक्त ने कल्याण विभाग के सचिव को जिला कल्याण पदाधिकारी के कारगुजारियों से अवगत कराते हुए यह अनुशंसा की है। इतना ही नहीं उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार अवर निर्वाचन पदाधिकारी भोला नाथ लगूरी को दे दिया है। हालांकि लगूरी को अभी वित्तीय प्रभार नहीं मिला है। जिला कल्याण पदाधिकारी अवधेश कुमार सिन्हा के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता, छात्रवृत्ति घोटाला, अनाधिकृत रूप से जिला मुख्यालय से बाहर रहने सहित कई अन्य आरोप है। इतना ही नहीं अवधेश कुमार सिन्हा सदर थाना कांड संख्या 157/2013 के प्राथमिकी अभियुक्त हैं। यह प्राथमिकी छात्रवृत्ति की राशि घोटाला करने को लेकर की गई है। पुलिस अधीक्षक ने अनुसंधान एवं पर्यवेक्षण में घोटाला के स्पष्ट साक्ष्य मिले हैं। इस मामले में वह लंबे समय से फरार हैं। अवधेश कुमार सिन्हा की यहां पर पदस्थापन दोबारा हुआ है। छात्रवृति का घोटाला इससे पूर्व के पदस्थापन में हुआ है। दूसरे पर योगदान देने के बाद वह अनाधिकृत रूप अनुपस्थित रह रहे हैं। जिसके कारण कल्याण संबंधी कार्यो के निष्पादन में समस्या उत्पन्न हो रही है। उपायुक्त ने अनुशंसा में कहा है कि तीन सितंबर को सिन्हा ने आकस्मिक अवकाश के लिए डाक के माध्यम से आवेदन भेजा था। उनके आवेदन पर अस्वीकृत कर दिया। लेकिन उसके बाद भी वह मुख्यालय से अनुपस्थित रहे। जिससे सरकारी सेवा के आचरण के विरुद्ध एवं स्वेच्छाचारित व्यक्ति प्रतीक होता है। इतना ही नहीं विभाग बोलेरो डीआई वाहन संख्या जेएच 13 ए-7279 दिनांक 19 अगस्त को रहस्यमय तरीका एवं एक साजिश के तहत गायब है। उपायुक्त ने इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी से शो-काज किया। लेकिन उन्होंने अब तक इसका जवाब नहीं दिया है। दरअसल गायब हुआ वाहन जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने 17 जुलाई 12 को तत्कालीन उपायुक्त के आदेश पर जिला कल्याण पदाधिकारी को दिए थे। सिन्हा सिमडेगा जिला में भी रह चुके हैं और वहां पर भी वह काफी विवादित रहे हैं। विभागीय सचिव को भेजे गए अनुशंसा में भी इसका उल्लेख किया गया है। जिसमें कहा गया है कि अवधेश कुमार सिन्हा के विरुद्ध गठित आरोपों के तहत चलाए गए विभागीय कार्यवाही के समीक्षा में सभी आरोप प्रमाणित हो चुके हैं। ऐसे में सिन्हा के विरुद्ध करोड़ों रुपया के सरकारी राशि की वित्तीय अनियमितता करना, सरकारी संपति के प्रति लापरवाही बरतने, सरकारी आदेश का अवहेलना करने, स्वच्छाचारित बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव ने निलंबित करने एवं विभागीय कार्रवाई की जाए।
अधिकारी वर्जन
जिला कल्याण पदाधिकारी के अधिकारों को जब्त कर लिया गया है और अवर निर्वाचन पदाधिकारी भोलानाथ लगूरी को अतिरिक्त प्रभार लेने का निर्देश दिया गया है। सिन्हा के विरुद्ध निलंबन की अनुशंसा भी की गई है।
अमित कुमार, उपायुक्त, चतरा।