पांच माह के बाद हत्या की दूसरी घटना को दिया अंजाम
कुंदा: करीब पांच महीनों की चुप्पी के बाद बुधवार की रात भाकपा माओवादी उग्रवादियों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है। निरंजन दास की हत्या से पूर्व माओवादियों ने प्रतापपुर थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव के समीप 17 नवंबर को
गणेश यादव एवं श्यामदेव यादव की हत्या कर दी थी। गणेश यादव इसी थाना क्षेत्र के दुंदू गांव का निवासी था। जबकि श्यामदेव यादव सिंदूरिया गांव का रहने वाला था। दोनों एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर बरवाडीह साप्ताहिक बाजार से लौट रहा था। इसी क्रम में पहले से घात लगाए उग्रवादियों ने दोनों पर हमला बोल दिया था। उग्रवादियों की गोलियों से श्यामदेव गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। जबकि गणेश यादव को पकड़कर कौरा मध्य विद्यालय के समीप गोली मार कर हत्या कर दी थी। दूसरी ओर जख्मी श्यामदेव ने भी उपचार के दौरान मगध मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया था। इन दोनों पर हमलों में माओवादियों का मोटरसाइकिल दस्ता ही आया था। इसी प्रकार जूरी गांव निवासी पूर्व नक्सली निरंजन दास की हत्या के लिए भी उग्रवादियों का मोटरसाइकिल दस्ता का ही सहारा लिया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि गणेश की हत्या जिस स्थान पर उग्रवादियों ने की थी, वहीं पर निरंजन को भी गोली मार कर हत्या की है। इस प्रकार पांच माह की चुप्पी के बाद माओवादियों ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है।