विपक्ष की चिंता, गरीब सुखी हो गए तो क्या होगा उनका : नेताम
कांग्रेस व अन्य दल केवल गरीब दलित आदिवासी का नाम लेकर उनका वोट लेने का काम करते रहे। उन्हें लग रहा है कि गरीब यदि सुखी संपन्न हो जाएगा तो उनका क्या होगा।
जागरण संवाददाता, बोकारो। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविचार नेताम ने कहा कि अबतक कांग्रेस व अन्य दल केवल गरीब दलित आदिवासी का नाम लेकर उनका वोट लेने का काम करते रहे। लेकिन अब देश व राज्य के सशक्त नेतृत्व ने शासन व राजनीति का पैमाना ही बदल दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना, जनधन एकाउंट, मुद्रा लोन, फसल बीमा योजना यह सबके सब गरीबों के लिए हैं। अब कांग्रेस व उनके सहयोगियों को लग रहा है कि गरीब यदि सुखी संपन्न हो जाएगा तो उनका क्या होगा।
झारखंड के जो दल आदिवासियों का मसीहा बनकर उन्हें केवल वोट के रूप में बेचने व खरीदने का काम करते थे, प्रदेश में हो रहे तीव्र विकास से उनकी बेचैनी बढ़ गई है। यही कारण है कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को लेकर लोगों में भ्रम फैलाने का काम किया जा रहा है। वे रविवार को मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अकेली ऐसी पार्टी है जो दलितों व आदिवासियों का भला कर सकती है। भाजपा ने आदिवासी समाज के लिए जो किया वह किसी ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद चंड़ीगढ़, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के उपचुनाव में जीत मिली तो ओडि़शा, महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय के चुनाव में भाजपा को भारी जीत मिली है। इसी प्रकार पांच राज्यों के चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी।
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झामुमो बाप-बेटे की प्राइवेट पार्टी
बोकारो। पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू ने झामुमो पर जमकर भड़ास निकाली। कहा कि झामुमो बाप-बेटे की प्राइवेट पार्टी है। न तो इन्हें आदिवासी से और न ही मूलवासी से कुछ लेनादेना है। दोनों मिलकर आदिवासियों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। सीएनटी-एसपी एक्ट में संशोधन कर सरकार ने आदिवासी व उनके क्षेत्रों में विकास का द्वार खोल दिया।
हेमलाल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने स्थानीयता को क्यों नहीं परिभाषित किया। जब भाजपा ने हिम्मत दिखाकर झारखंड के लोगों को उनका हक दिला दिया तो झारखंड नामधारी दलों को गलती लगने लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा में ही रहेंगे और किसी भी स्थिति उस प्राइवेट लिमिटेड में जाने का सवाल नहीं है, जहां सभी बैल की कीमत साढ़े तीन सौ है। मुर्मू ने गुरुजी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब उनकी उम्र इतनी बढ़ गई है कि उन्हें कुछ भी याद नहीं रहता। शिबू सोरेन सरकार की प्रशंसा करते हैं और बेटा विरोध।