वनरक्षियों पर जंगल बचाने की जिम्मेदारी : डॉ. लुइस
बोकारो : वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से बोकारो क्लब में नवनियुक्त वनरक्षी नियुक्ति
बोकारो : वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से बोकारो क्लब में नवनियुक्त वनरक्षी नियुक्ति-पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सूबे की समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुइस मरांडी ने जिले के 32 नवनियुक्त वनरक्षी को नियुक्तिपत्र दिया। मौके पर डॉ. मरांडी ने कहा कि झारखंड का अर्थ जंगलों से हरा-भरा होता है। यहां के अधिकांश लोग जंगल पर निर्भर हैं। झारखंडी प्रकृति के पुजारी हैं। जंगल से हमें फल, फूल और औषधियां मिलती हैं। जंगलों की कटाई से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है, वहीं वन्य जीव की कई प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं। ऐसी स्थिति में वनरक्षियों को जंगल बचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन ईमानदारी के साथ करना होगा। वन संरक्षक एटी मिश्रा ने कहा कि जंगल हमारे पूर्वजों की धरोहर हैं। इसलिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए इसके संरक्षण की दिशा में आगे आना होगा। वन प्रमंडल पदाधिकारी पीआर नायडू ने कहा कि वन से मानव सभ्यता जुड़ी हुई है। जंगलों का मानव जीवन में अध्यात्मिक महत्व है। कहा कि आज जिस गति से जनसंख्या बढ़ रही है, ऑक्सीजन के लिए जंगलों का संरक्षण जरूरी है। इस दौरान मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने 32 नवनियुक्त वनरक्षियों को नियुक्ति पर दिया। जिसमें शशिकांत महतो, राजन कुमार शर्मा, मयंक कुमार, लक्ष्मी कुमारी, दुर्योद्धन महतो, निताई चंद्र महतो, धीरज कुमार, रूद्र प्रताप ¨सह, रतन राय, लोकनाथ राय, सेवादास हेम्ब्रम, विजय कुमार, किरण कुमारी, दुर्गा हेम्ब्रम, अरुण कुमार बाउरी, तौहिद अंसारी, केशरी नंदन, मुकेश कुमार महतो, अजीत कुमार मुर्मू, राजेश कुमार, कल्याणी सागर, विकास कुमार महतो, भगवान दास हेम्ब्रम, सुरेश कुमार टुडू व अक्षय कुमार मुंडा शमिल हैं। कार्यक्रम के अंत में भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु सूरज कुमार ¨सह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।