नक्सल पैकेज : नक्सली वारदात के बाद खौफ का मंजर
स्वांग (बेरमो) : गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र से महज एक किमी दूरी पर तिस्कोपी ग्राम में न
स्वांग (बेरमो) : गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र से महज एक किमी दूरी पर तिस्कोपी ग्राम में नक्सली वारदात के बाद खौफ का मंजर है। भय एवं आतंक से ग्रामीण सहमे हुए हैं। चतरोचट्टी निवासी कालीचरण महतो की हत्या के बाद गांव का माहौल शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। सन्नाटे के बीच मृतक की विधवा और बच्चों की चीत्कार से गांव का हर शख्स मर्माहत है। बच्चों और महिलाओं में अजीब की खामोशी है। बूढ़ों की आंखें आंसूओं से तरबतर है।
यहां तक कि ग्रामीण घटना को लेकर आपस में जिक्र करने से भी डर रहे हैं। मृतक के परिजनों सहित आसपास के बच्चों एवं ग्रामीणों से काफी पूछने पर भी घटना को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की। आतंक और खौफ उनके चेहरे पर साफ दिख रहा था। गांव के कई ग्रामीणों के घरों का दरवाजा अंदर से बंद लिया। गांव की गलियों पर पसरा सन्नाटा भी खौफजदा था। पंचायत की मुखिया कौलेश्वरी देवी के घर का दरवाजा बंद था। यहां मुखिया के घर के सामने उनकी जमीन पर स्थापित बीएसएनएल टॉवर अपनी बर्बादी की कहानी बयां कर रहा था।
संगठन के दो कमांडरों के बीच वर्चस्व की लड़ाई :
झुमरा क्षेत्र में लगातार घटनाओं को अंजाम देते हुए नक्सलियों ने यहां बीते चार दिनों में तीन बड़ी वारदात की। सूत्रों की माने तो झुमरा क्षेत्र के नक्सली कमांडर संतोष महतो के साथ पीरटांड़ के कमांडर अजय महतो इन दिनों अपने दस्ते के साथ यहां कैंप कर रहे हैं। बताया जाता है कि ऊपरघाट सहित झुमरा क्षेत्र में संगठन का सिमटता दायरा, ग्रामीणों का पुलिस के प्रति झुकाव, झुमरा एक्शन प्लान के तहत हो रहे विकास कार्य, रेलवे लाईन दोहरीकरण सहित अन्य विकास कार्यों से लेवी की वसूली के मुद्दे पर नक्सली संगठन विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देकर खौफ का माहौल बनाने में जुटे हैं। ताकि संगठन आर्थिक रूप से मजबूत होगा। चर्चा यह भी है कि भाकपा माओवादियों के दो कमांडर संतोष महतो और मिथिलेश महतो के बीच इन दिनों लेबी वसूली में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ी हुई है। जेल से वापसी के बाद मिथिलेश महतो ने संगठन के बड़े नेताओं से संपर्क साधकर अपनी पकड़ काफी मजबूत बना ली थी, जिससे संतोष महतो की पकड़ कमजोर पड़ने लगी थी। हाल के दिनों में संतोष का दस्ता कई अत्याधुनिक हथियार मसलन एके-47 आदि से लैस हुआ है।
29 मई की बंदी को लेकर हाई अलर्ट :
सूत्रों की मानें तो नक्सली यहां आने वाले दिनों में और भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। 29 मई को नक्सलियों ने चौबीस घंटे की बंदी का ऐलान कर रखा है। बंदी हो लेकर पुलिस ने झुमरा और ऊपरघाट में हाई अलर्ट जारी किया है। बंद के दौरान गोमो-बरकाकाना रेलखंड की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। इसके अलावा झुमरा एक्शन प्लान के तहत करवाये जा रहे विकास के कार्यों में लगी मशीनों एवं वाहनों की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस ने तैयारी की है। 26 मई को कालीचरण महतो की हत्या के साथ-साथ चतरोचट्टी में झुमरा एक्शन प्लान के तहत हो रहे सड़क निर्माण के कार्य को प्रभावित करने की नक्सलियों ने योजना बनाई थी। परंतु कार्यरत ठेकेदार को इसकी भनक लग जाने के कारण उसने 25 मई को ही काम बंद कर सभी मशीनों एवं वाहनों को कार्य स्थल से हटाकर चतरोचट्टी थाना के समीप खड़ा कर दिया था।
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बड़े पैमाने पर कराए जा रहे विकास कार्यों पर नक्सलियों की नजर है। लेवी वसूलने के लिए नक्सली संगठन विभिन्न गुटों में यहां सक्रिय हैं। पुलिस की ओर से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। रात के अंधेरे में निहत्थे ग्रामीणों पर हमला करने से नक्सलियों को कुछ मिलने वाला नहीं है।
- हरिऔध करमाली, थाना प्रभारी, चतरोचट्टी।