केवल एक फीडर से बिजली आपूर्ति
बोकारो : चास-बोकारो शहर में सुचारू बिजली आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा एक सबस्टेशन का होना है। चास सबस्ट
बोकारो : चास-बोकारो शहर में सुचारू बिजली आपूर्ति में सबसे बड़ी बाधा एक सबस्टेशन का होना है। चास सबस्टेशन से शहर के सभी फीडरों को बिजली आपूर्ति की जा रही है। बारी को-ऑपरेटिव एवं फुदनीडीह सबस्टेशन अभी तक शुरू भी नहीं हो पाया है। शहरवासियों को जीरोकट पावर का सपना पूरा करने में दूसरी सबसे बड़ी बाधा मैनपावर की कमी है। इसका खमियाजा जनता को भुगतान पड़ रहा है।
दो सबस्टेशन होंगे चालू : एक सबस्टेशन से सभी फीडर को सप्लाई होने से लोडशे¨डग, बिजली कट एवं तकनीकी फॉल्ट होने पर उसे ठीक करने में समय लगता है। इस कारण चास-बोकारो में रोजाना चार से पांच घंटे बिजली कटौती होती है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर में 3 नए पावर सबस्टेशन और जरीडीह में पावर ग्रिड बनना था। बारी को-ऑपरेटिव पावर सबस्टेशन बनकर तैयार है। बाकी दो पावर स्टेशन का काम 80 फीसद तक पूरा हो चुका है।
बारी को-ऑपरेटिव सबस्टेशन केवल डीवीसी के एनओसी के अभाव में शुरू नहीं हो पा रहा। पिण्ड्राजोरा सबस्टेशन समान के अभाव में अधर में लटका हुआ है। बारी को-ऑपरेटिव सबस्टेशन फरवरी एवं पिण्ड्राजोरा सबस्टेशन अप्रैल माह में शुरु होना था।
''शहर की खपत के अनुसार बिजली आपूर्ति से नहीं होने लोगों को काफी परेशानी हो रही है। अभी चास को 38 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है जबक 60 मेगावाट की आवश्यकता है। बारी को-ऑपरेटिव एवं फुदनीडीह सबस्टेशन चालू होने के बाद चास-बोकारो के लोगों को बिजली समस्या से मुक्ति मिलेगी।
- एनपी सिन्हा, अधीक्षण अभियंता, बोकारो