सरकार ने सूबे को बाहरी के हाथों बेचा: जगरनाथ
बोकारो : अलग झारखंड की लड़ाई यहां के लोगों के लिए लड़ी गई थी। लेकिन प्रदेश बनने के बावजूद यहां के लोग
बोकारो : अलग झारखंड की लड़ाई यहां के लोगों के लिए लड़ी गई थी। लेकिन प्रदेश बनने के बावजूद यहां के लोग भी परेशान है। प्रदेश की सत्ता एवं व्यवसाय बाहरी के हाथ में है। वर्तमान रघुवर सरकार ने स्थानीय नीति के मद्देनजर बाहरियों के हाथ झारखंड को बेच दिया है। यह कहना है डुमरी विधायक जगरनाथ महतो का।
वे शुक्रवार को स्थानीय नीति के खिलाफ पार्टी के आंदोलन को लेकर आयोजित जिलास्तरीय समिति की बैठक में बोल रहे थे। महतो ने कहा कि 1986 का कट ऑफ डेट को झामुमो खारिज कर चुका है। गांव, प्रखंड के बाद 7 मई को जिला स्तर पर धरना, 13 को मशाल जुलूस व 14 को झारखंड बंद कराया जाएगा। इसके बाद भी रघुवर सरकार ने फैसला नहीं बदला तो पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। महतो ने आजसू पार्टी को स्वार्थी की संज्ञा दी। कहा कि पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है। उन्होंने कहा कि रोजगार करने से कोई झारखंडी नहीं हो जाएगा। उनकी सरकार कांग्रेस के साथ चल रही थी इसलिए स्थानीय नीति नहीं लागू हो पाएगी।
पूर्व मंत्री मथुरा महतो ने कहा कि 1932 से कम कुछ भी मान्य नहीं है। राज्य की सरकार केवल घोषणा कर रही है। इस सरकार से कोई काम नहीं होने वाला है। पंचायत से लेकर राज्य सरकार तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। मौके पर जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, सचिव जयनारायण महतो, झामुमो नगर अध्यक्ष मंटू यादव, चास के मुक्तेश्वर महतो, राजेश महतो, मनीष सिन्हा, मो. हसन, मो. कलाम, कन्हैया ¨सह, कार्तिक हेम्ब्रम, महेश मुंडा व अन्य सभी प्रमुख नेता उपस्थित थे।