उकसाने से उग्र हो जाते जंगली हाथी
खैराचातर: कसमार और जरीडीह प्रखंड के ग्रामीणों को खैराचातर स्थित वन परिसर कार्यालय में जंगली हाथिय
खैराचातर: कसमार और जरीडीह प्रखंड के ग्रामीणों को खैराचातर स्थित वन परिसर कार्यालय में जंगली हाथियों के आतंक से बचने और उसे गांव से दूर खदेड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षकों ने कहा कि जंगली हाथियों के गांवों में आने पर ग्रामीणों को सतर्क और सजग रहने की जरूरत है। छेड़छाड़ व उकसाने से जंगली हाथी अधिक उत्पात मचाने लगते हैं। इसलिए उसे तरीके से ही गांव से दूर किया जाना चाहिए। प्रशिक्षकों ने कई प्रकार की आवश्यक जानकारियां उपलब्ध करायी और जंगली हाथियों को खदेड़ने के तरीके बताए। मुख्य अतिथि केंद्रीय वन-पर्यावरण सुरक्षा सह प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जगदीश महतो ने कहा कि इस इलाके में जंगली हाथियों के उत्पात की समस्या लंबे समय से है। जान-माल की भारी क्षति अबतक हो चुकी है। ऐसे में ग्रामीणों को इससे बचने के लिए प्रशिक्षित होना बहुत जरूरी है। ग्रामीणों ने मुआवजा का भुगतान की मांग की। प्रशिक्षक ठाकुर दास महतो, नागेश्वर महतो, बहादुर महतो, सुनील महतो, गंगाधर महतो, नरेश महतो सहित ग्रामीण चंद्रमोहन ¨सह, सुनील कुमार महतो, अघनू महतो, विश्वनाथ महतो, नेहरू महतो, अशोक महतो, अमूल्य मरांडी आदि उपस्थित थे।