फिर पसंदीदा विभाग में पो¨स्टग की जुगत
जागरण संवाददाता, बोकारो : 25 अप्रैल यानी शनिवार को जिला स्थापना समिति की बैठक होगी। पोस्टिंग पर
जागरण संवाददाता, बोकारो : 25 अप्रैल यानी शनिवार को जिला स्थापना समिति की बैठक होगी। पोस्टिंग पर भी निर्णय हो सकता है। कलेक्ट्रेट कर्मी को मनचाहे विभाग में पो¨स्टग चाहिए इसलिए जुगाड़ में लग गए हैं। वे जानते हैं कि जब जहां चाहेंगे वहां व्यवस्था बन जाएगी। मगर वैसे कर्मचारी परेशान हैं जिनका कि कोई पैरवीकार नहीं होता है।
जानकार बताते हैं कि डीसी के गोपनीय व सहायक कार्यालयों में जाने की मारमारी है, ताकि उपायुक्त के करीब रहकर कर्मियों पर धौंस जमाया जा सके। यही वजह है कि इन कार्यालयों में कई कर्मी दस वर्ष से जमे हुए हैं। वे जो चाहते जिसे चाहते हैं उठाकर इधर से उधर कर देते हैं। लेकिन इस बार शायद ऐसा नहीं होगा। चूंकि नए उपायुक्त सोच समझकर फैसला लेंगे।
बता दें कि दिसंबर माह में 114 कर्मियों का स्थानांतरण हुआ था। इनमें 73 सहायक और 41 राजस्व कर्मचारी शामिल थे। कहा गया कि प्रशासन को पारदर्शी व स्वच्छ बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। लेकिन उसके बाद जो हुआ उससे कर्मचारी के साथ जनता भी हैरान रह गई। कुछ ने तो पुराने विभाग को छोड़े बिना नए विभाग का भी काम संभाल लिया तो। जिसकी सबसे अधिक शिकायत थी वह उपायुक्त के प्रमुख कार्यालय में ही कुर्सी पर बैठ गया।
--------
जिनका हुआ था तबादला
दिसंबर में तत्कालीन उपायुक्त उमाशंकर ¨सह ने मिथलेश प्रसाद सिन्हा, प्रेमनाथ ¨सह चौधरी, संतोष जेम्स किस्कू, ललित कुमार सिन्हा, रश्मि कुमारी, शिव शंभू सहाय, विद्यासागर, हेमेन्द्र कुमार महतो,विजय कुमार , जितेन्द्र कुमार, नेहा मोहन, माणिक चंद्र घोषाल, संजीव कुमार, प्रमोद कुमार,लक्ष्मी नारायण प्रसाद,रवि मुर्मू ,प्रीति कुमारी, देवनंदन चौधरी, अमलेश कुमार,राजेश कुमार, रामजी प्रसाद, जवाहरलाल महतो, अमित कुमार, रुद्र प्रताप ¨सह, कुमारी रेखा, मिथिलेश प्रसाद, दिग्विजय नारायण, प्रभाकर ¨सह चौधरी, सुदर्शन राम, बच्चू प्रसाद, रूपेश कुमार, बेबी कुमार, महेश्वर मांझी, अर¨वद कुमार शाण्डिल्य, नारायण प्रयाद वर्मा, रामचरण वर्मा, मोती नाथ झा, नरेश कुमार ¨सह चौधरी, चंदन कुमार महतो, ब्रजेश प्रसाद, राजकुमार पासवान, प्रवीण कुमार सिन्हा,मनोज कुमार दास धर्मेंद्र कुमार,विकास कुमार, ईश्वर चंद्र प्रसाद, शिव शंकर यादव, सुनील कुमार,श्यामसुंदर प्रसाद,त्रिभुवन कुमार,शिवचरण राम,हितनारायण महतो,मनोज कुमार रजक, भोलानाथ रवानी, विनोद कुमार शर्मा, पुनय विक्रम खलको, रामनंदन प्रसाद,गोरखनाथ ¨सह,सुधीर कुमार धर, कमल नयन, मधुसूदन मुर्मू, हराधन तुरी,उमेश चौधरी, अंचल, कुमार गौतम, दिनेश कुमार, साधुशरण पंडित ,गिरिजा नंद पांडेय , कुंदन ¨सह , कुमार संजीव तथा कुमार सुबोध सिन्हा को स्थानांतरित किया था।
------------
जुगाड़ के सहारे फिर जमे
दिसंबर के बाद मात्र तीन माह में दो दर्जन कर्मचारी जिनके बारे में शिकायतें थी और उनका स्थानांतरण दूसरे प्रखंड या अनुमंडल में हुआ था वे किसी न किसी जुगाड़ से फिर अपने पुराने स्थान या उससे प्रभावशाली स्थान पर जम गए हैं। अब शिकायतकर्ता को ही अपने को हारा हुआ महसूस कर रहा है।
----------------
कैसे होती मनचाही पो¨स्टग :
--स्थापना समिति के प्रस्ताव में कर्मियों के बारे में सही सूचना नहीं होती है।
--तीन पो¨स्टग व प्रतिनियुक्ति की भी चर्चा नहीं होती है।
--विभागीय प्रमुख से समन्वय नहीं होता है।
--एक के स्थान पर चार-चार की प्रतिनियुक्ति कर दी जाती है।
--अधिकारियों से पैरवी कराई जाती है।
--नेताओं से पैरवी कराई जाती है।