उधार के श्वान पर सुरक्षा की कमान
जागरण संवाददाता,बोकारो: उग्रवाद प्रभावित धनबाद व बोकारो जिला पुलिस के पास विस्फोट खोजनेवाला स्नीफ
जागरण संवाददाता,बोकारो: उग्रवाद प्रभावित धनबाद व बोकारो जिला पुलिस के पास विस्फोट खोजनेवाला स्नीफर डॉग नहीं है। विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर के कई वीआइपी को दोनों जिले में चुनाव प्रचार के लिए आने की संभावना है। ऐसे में जिला पुलिस अब उधार के विस्फोटक खोजी कुत्तों पर निर्भर रहने की तैयारी में जुट गई है।
जानकार बताते हैं कि चुनाव प्रचार में आनेवाले विशिष्ट-अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा से लेकर नक्सलियों के विस्फोटक को खोजने में अर्धसैनिक बल के खोजी कुत्ते की मदद लेने की तैयारी में जिला पुलिस है। इसके लिए सीआइएसएफ यूनिट बोकारो व सीआरपीएफ के आला अधिकारियों को पत्र भी जिला पुलिस की ओर से भेजकर मदद मांगी गई है।
बता दें कि उग्रवाद प्रभावित कोयला क्षेत्र के दोनों जिलों में राज्य मुख्यालय ने दो ट्रैकर डॉग और दो स्नीफर डॉग भेजा था। दोनों जिला का मुख्यालय बोकारो में बनाया गया और यहां डॉग के रहने के लिए लाखों रुपये की लागत से आधुनिक सुविधाओं से लैस कनाल का भी निर्माण कराया गया। वर्ष 2012 में दोनों स्नीफर डॉग सुजी व हेलन की मौत हो गई। इसके बाद चोर-उचक्को तक पुलिस को पहुंचाने में मदद करनेवाले एक ट्रैकर डॉग कोनार की भी मौत हो गई। वर्तमान में जीरो नामक ट्रैकर डॉग ही बोकारो पुलिस के पास मौजूद है। लगातार मौत बाद जिलास्तर से कुत्तों को भेजने का अनुरोध पत्र दिया गया लेकिन सूत्रों का कहना है कि मुख्यालय में खोजी कुत्तों की कमी है। राज्य स्तर पर इस कमी को पूरा करने की कागजी कवायद शुरू भी हुई लेकिन इसका अभी तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आ सका।
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डॉग एक, हैंडलर चार
वर्तमान में पुलिस के पास एक खोजी कुत्ता है लेकिन इसके हैंडलर चार हैं। चार कुत्तों को देखते हुए चार पुलिस कर्मियों को यहां तैनात किया गया। कुत्तों की मौत के बाद इनकी संख्या जस की तस रह गई।