हड़पी जा रही सतनपुर पहाड़ी की जमीन
बोकारो : जिले के सामरिक महत्व की सतनपुर पहाड़ी के एक हिस्से को बीते दिनों भू-माफियाओं ने काट दिया। पहाड़ी के कुछ हिस्सों को अलग-अलग लोगों के हाथों बेच भी दिया। इसकी शिकायत मिलने पर शनिवार की सुबह जिले के वन पदाधिकारी कुमार मनीष अरविंद स्थल जांच करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि पूरी जमीन वन विभाग की है। इसको दखल करने का प्रयास करनेवालों पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
डीएफओ के निरीक्षण की सूचना मिलने पर आसपास काम कर रहे मजदूर गायब हो गए। उपस्थित ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूरे मामले में स्थानीय पुलिस, अंचल के अधिकारी एवं वन विभाग के कनीय अधिकारियों की मिलीभगत है। पहले अंचल के कर्मचारी फर्जी कागज बना देते हैं। इसके पश्चात कागज को दिखाकर भू-माफिया पुलिस की मदद से कब्जा कर लेते हैं।
इस प्रकार का कब्जा एक स्थान पर नहीं हो रहा है। बॉरी को-ऑपरेटिव की ओर से पटना के एक बिल्डर ने फर्जी कागजात बनाकर पहाड़ को काटने की तैयारी भी कर ली है। यदि समय पर नहीं रोका गया तो सतनपुर पहाड़ी का अस्तित्व नहीं बचेगा। मौके पर योगो पूर्ति, राजेश कुमार रवानी, बीरबल सिंह सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।
जैप करेगी रखवाली : सतनपुर पहाड़ पर लगातार हो रहे अतिक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन वन विभाग के साथ मिलकर पहाड़ी और वनक्षेत्र की रखवाली का जिम्मा सैद्धांतिक रूप से जैप एवं एसआइएसएफ को सौंप सकता है। वर्तमान में जैप का फायरिंग रेंज भी इस पहाड़ी की तलहटी में है। ऐसे में प्रशासन की योजना है कि पूरे पहाड़ी की वनभूमि का सीमांकन कराकर उसे कंटीले तार से घेरवा दिया जाए और पौधरोपण के साथ इसकी रक्षा की मौखिक जवाबदेही जैप को दे दी जाए। इससे जवानों को फील्ड प्रैक्टिस करने के लिए समुचित स्थान भी उपलब्ध हो सकेगा।