बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में गुजरेगी अमरनाथ यात्रा
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : बाबा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जिला में बहुस्तरीय चक्र की रचना की गई
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : बाबा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जिला में बहुस्तरीय चक्र की रचना की गई है। इसकी जिम्मेदारी पुलिस, सेना व अर्द्धसैनिक बल संभाल रहे हैं। तालमेल की वजह से कोई चूक न हो, इसके लिए सभी सुरक्षा एजेंसिंयों में बेहतर समन्वय स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।
बाबा बर्फानी के धाम को जाने वाले यात्रा मार्ग का 51 किलोमीटर हिस्सा ऊधमपुर जिला की सीमा से गुजरता है। पिछले वर्ष की तुलना में यात्रा मार्ग तो कम हुआ है, लेकिन एक जगह ऐसी है जहां पर सुरक्षा बल के वाहनों पर आतंकी हमला हो चुका है। इसलिए जिला में यात्रा मार्ग सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर जिला में बहु स्तरीय सुरक्षा घेरे की संरचना की गई है।
घाटी के हालात व अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की इनपुट्स के चलते इस बार यात्रा मार्ग 21 किलोमीटर कम होने के बावजूद एक जिला में पिछले वर्ष की तुलना में एक कंपनी अधिक तैनात की गई है। सुरक्षा घेरे की रचना जोन, सेक्टर सब सेक्टर बना कर गई है। हर जोन, सेक्टर व सब सेक्टर में सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है।
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- एयरफोर्स हवा से करेगी निगरानी
यात्रा मार्ग में निगरानी के लिए पहले पुलिस की योजना ड्रोन से निगरानी करना था, लेकिन किन्हीं कारणों से यह परवान नहीं चढ़ सकी। मगर यात्रा मार्ग की हवाई निगरानी के लिए एयरफोर्स की मदद ली गई है। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर यात्रा मार्ग की निगरानी करेंगे।
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- जंगल व पहाड़ों में सघन तलाशी अभियान
अमरनाथ यात्रा को लेकर पिछले करीब एक सप्ताह से यात्रा रूट के आसपास सटे पहाड़ों और जंगली क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान छेड़ा गया है। इसमें सेना, बीएसएफ, पुलिस, सीआरपीएफ सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिल कर सघन तलाशी कर रही हैं। चनैनी-नाशरी टनल की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं, जिला में आतंकियों के रूट पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। ग्रामीण पहाड़ी इलाकों में पुलिस चौकियों पर जवानों की संख्या बढ़ाई गई है। वीडीसी सदस्यों को सतर्क कर दिया गया है। यात्रा मार्ग पर स्थित संवेदनशील जगहों पर किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखे जाने पर पुलिस को सूचित करने के साथ क्या क्या सावधानी बरतनी है, इसके लिए लोगों के साथ बैठकें की जा रही हैं।
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- लंगरों पर भी होंगे पुख्ता प्रबंध
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर लगने वाले लंगरों पर भी सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। इस बार लंगर के लिए प्रशासन के पास 24 लंगरों ने आवेदन किया है, जिसमें से जितने भी लंगरों को मंजूरी मिलेगी उस हर लंगर में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उचित पार्किंग की सुविधा होगी ताकि लंगर की वजह से हाईवे पर यातायात बाधित न हो। हर लंगर पर सुरक्षा के लिए हथियारों से लैस जवान तैनात किए जाएंगे। प्रमुख लंगर जहां पर अधिक श्रद्धालु आएंगे वहां पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे।
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- एंटी फिदाइन दस्ते होंगे तैनात
पिछले दो सालों में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर नरसू और कुद में आतंकी हमले हो चुके हैं। हालांकि कुद इस बार यात्रा मार्ग का हिस्सा नहीं है, लेकिन नरसू, समरोली धर्मथल सहित कुछ महत्वपूर्ण ठिकाने चिन्हित किए गए हैं। फिदायीन व आतंकी हमलों को रोकने के लिए हाईवे पर विभिन्न स्थानों पर एंटी फिदायीन दस्तों की तैनाती की जाएगी। इसी तरह अन्य आतंकी हमलों से निपटने के लिए क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) भी हाईवे पर तैनात होंगी। किसी प्रकार हादसे, प्रदर्शन या कानून व्यवस्था को लेकर समस्या से निपटने के लिए क्विक एक्शन टीम तैनात रहेंगी।
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- दो जगह स्थापित होंगे पुलिस ज्वाइंट असिस्टेट बूथ
पुलिस इस बार पहली बार टिकरी व चनैनी के आसपास उचित स्थान पर ज्वाइंट असिस्टेट बूथ स्थापित करेगी। जहां पर अमरनाथ यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा, सूचना, यात्रा से संबंधित, क्षेत्र के इतिहास और यहां स्थित महत्वपूर्ण स्थानों की जानकारी दी जाएगी। इससे अलावा टिकरी से लेकर करीब आठ से दस होर्डिग लगाए जाएंगे। जिन पर दोनों 24 घंटे काम करने वाले हेल्पलाइनों के साथ महत्वपूर्ण नंबर दिए जाएंगे।
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-घाटी के हालातों के चलते इस बार अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं। अमरनाथ यात्रियों का जत्था जिला से सुरक्षित गुजरे, इसके लिए पुलिस तैयार है। सभी सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां व आपसी तालमेल से काम कर रहे हैं। बाहर से आए सुरक्षा बलों को इलाके की स्थिति व उनकी जिम्मेदारियों व किस तरह से काम करना यह बता दिया गया है। तालमेल में कमी न रहे, इसके लिए पुलिस, सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ व अन्य एजेंसियां लगातार बैठकें कर रही है। पहाड़ी व जंगल के क्षेत्रों में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। एयरफोर्स हवा से निगरानी की जिम्मेदारी संभाल रही है। सुरक्षा के लिए एंटी फिदायीन दस्तों से लेकर क्यूआरटी व क्यूएटी तैनात रहेंगी। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस शरारती व आतंकी तत्वों के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए कमर कस चुकी है।
-रईस मुहम्मद भट्ट, एसएसपी, ऊधमपुर