शोपियां में गुस्साए ग्रामीणों ने पांच लाख के इनामी आतंकी शौकत अहमद फलाही को मारा डाला
कश्मीर के लोग अब न आतंकियों के फरमानों से डरते न उनके नापाक इरादों से।आतंकियों के खिलाफ गुस्सा इतना है कि वे उनसे भिड़ने से नहीं घबराते।
श्रीनगर, (जेएनएन)। कश्मीर के लोग अब न आतंकियों के फरमानों से डरते हैं और न ही उनके नापाक इरादों से। कश्मीरियों में आतंकियों के खिलाफ गुस्सा इतना अधिक है कि वे उनसे भिड़ने से नहीं घबराते। सोमवार देर शाम आतंकियों ने शोपियां में सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के हलका प्रधान व पूर्व सरपंच की उसके घर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। इससे गुस्साए ग्रामीण और नेता के परिजन आतंकियों पर टूट पड़े और उन्होंने बी श्रेणी के पांच लाख के इनामी आतंकी शौकत अहमद फलाही को मारा डाला।
उसके दो अन्य साथियों को जान बचाकर भागना पड़ा। शौकत 25 अक्टूबर 2016 को आतंकी बना था। बीते 15 सालों मेंजम्मू-कश्मीर में यह तीसरा मौका है जब ग्रामीणों ने किसी आतंकी को मौत के घाट उतारा है। इससे पूर्व दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में बक्करवाल ने एक आतंकी को कुल्हाड़ी से काट डाला था। जम्मू संभाग के राजौरी जिले में भी एक बहादुर लड़की रुखसाना ने आतंकी को कुल्हाड़ी से काट डाला था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने भी ट्वीट कर इस घटना पर कहा कि तीन आतंकियों ने शोपियां में पूर्व सरपंच की हत्या कर दी। इस दौरान हुई हाथापाई में एक आतंकी भी मारा गया, लेकिन उन्होंने हाथापाई की प्रकृति या उसके कारणों का रहस्योद्घाटन नहीं किया है।
रात करीब आठ बजे स्वचालित हथियारों से लैस हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकी शोपियां जिले के जेनपोरा इमामसाहब के साथ सटे होमुन गांव में पहुंचे। आतंकी पीडीपी नेता मुहम्मद रमजान शेख (50) के घर में घुसकर उसे बाहर ले आए। पीडीपी नेता के परिजन भी घर के बाहर आ गए। इस बीच, आतंकियों ने पीडीपी नेता के साथ मारपीट शुरू कर दी और उन्होंने उस पर सुरक्षा बलों का मुखबिर होने का आरोप लगाया।
कुछ लोगों ने दावा किया है कि ग्रामीणों व पीडीपी नेता के परिजनों ने आतंकियों का प्रतिरोध किया और इस दौरान आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी, जिसमें पीडीपी नेता की जान चली गई। इससे गुस्साए ग्रामीण और परिजन आतंकियों के साथ भिड़ गए। इस दौरान एक ग्रामीण ने कथित तौर पर आतंकी शौकत से उसकी राइफल छीनकर उसके सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। कुछ लोगों ने यह भी दावा किया है कि ग्रामीणों के प्रतिरोध पर आतंकी शौकत ने भी अपने साथियों से कहा था कि वह पीडीपी नेता को मारने के बजाय उसकी टांगों में गोली मार उसे छोड़ दें। इस पर उसकी अपने साथियों के साथ बहस व धक्कामुक्की के दौरान चली गोली से वह मारा गया।
शोपियां के एसएसपी एसआर अंबरकर के अनुसार, आतंकियों व ग्रामीणों के बीच हुई धक्का-मुक्की में आतंकी शौकत मारा गया। उन्होंने बताया कि शौकत के अन्य दो साथियों को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और तलाशी अभियान जारी है।
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J&K: Three terrorists fired & killed ex sarpanch Ramzan Sheikh in Shopian, yesterday. In scuffle a terrorist Shaukat was also killed. pic.twitter.com/O3JMTWiNYA— ANI (@ANI) October 17, 2017