मेरे बेटे का कत्ल हुआ है, इसकी जांच होनी चाहिए
मेजर गुरजीत सिंह ने आत्महत्या नहीं की है। कश्मीर में रहने वाला पूरा सिख समुदाय चाहता है कि मेजर गुरजीत सिंह की मौत की उच्चस्तरीय जांच हो।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो] उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आत्महत्या करने वाले मेजर गुरजीत सिंह का शनिवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी में अंतिम दाह संस्कार किया गया। उनके पिता स. त्रिलोक सिंह ने पुत्र की आत्महत्या के सेना के दावे को नकारते हुए कहा कि मेरा बेटे का कत्ल हुआ है,इसकी जांच होनी चाहिए।
सेना के रिमांऊंट डिपु में तैनात मेजर गुरजीत सिंह कश्मीर में जिला बड़गाम के अंतर्गत रनंकीपोरा के रहने वाले थे। गत रोज उनका शव सहारनपुर में उनके निवास पर मिला था। सेना के मुताबिक, मेजर ने आत्महत्या की है और वह बीते कुछ दिनों से डिप्रेशन में था। दिवंगत मेजर का शव यहां ग्रीष्मकालीन राजधानी में लाया गया। उनके अंतिम संस्कार में उनके परिजनों, रिश्तेदारों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। पुत्र के संस्कार के बाद स त्रिलोक सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले मेरे बेटे का फोन आया था। उसने अपने कुछ अधिकारियों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाते हुए अपनी जान का खतरा बताया था। उन्होंने कहा मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी हत्या की गई है। सेना मामले केा दबाने के लिए ही आत्महत्या की थ्यौरी और डिप्रेशन की बात कर रही है। हमारे सहारनपुर पहुंचने से पहले ही उसका पोस्टमार्टम कर, शव को श्रीनगर पहुंचाने के लए ताबूत में रखा जा चुका था। हमें इंसाफ मिलना चाहिए और मेरे बेटे की मौत की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
इस मौके पर आल पार्टी सिख कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन स जगमोहन सिंह रैना ने कहा कि मेजर गुरजीत की मौत संदेहास्पद है। वह आत्महत्या नहीं कर सकता था। उसके परिजनों व अन्य कई लोगों ने भी उसे उसके वरिष्ठजनों द्वारा परेशान किए जाने की बात बताई है। इसके अलावा उसके शव का पोस्टमार्टम करते हुए नियमों का पालन नहीं किया गया है। इससे साफ होता है कि मेजर गुरजीत सिंह ने आत्महत्या नहीं की है। कश्मीर में रहने वाला पूरा सिख समुदाय चाहता है कि मेजर गुरजीत सिंह की मौत की उच्चस्तरीय जांच हो।