वादी के हालात पहले से बेहतर : डीजीपी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने बुधवार को वादी के हालात को पहले से कही
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने बुधवार को वादी के हालात को पहले से कहीं ज्यादा शांत और सामान्य करार देते हुए कहा कि हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी का मौजूदा हालात पर कोई असर नजर नहीं आया है।
बारामुला में कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी का परिचय देने वाले पुलिस अधिकारियों व जवानों को पुलिस दरबार में सम्मानित करने व संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ सुरक्षा बैठक के बाद डीजीपी ने कहा कि पिछले साल की तुलना में हालात अब सामान्य हैं। हुर्रियत नेताओं की भी लोग अब नहीं सुनते। यही कारण है कि सात-आठ हुर्रियत नेताओं की गिरफतारी के बाद अलगाववादियों द्वारा आयोजित बंद का आंशिक प्रभाव रहा। मौजूदा हालात पर हुर्रियत का कोई असर नजर नहीं आता।
हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी और पाकिस्तानी फंडिंग संबंधी सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एनआइए इस मामले की जांच कर रही है। बस कुछ दिन इंतजार कीजिए, आम कश्मीरियों को पता चल जाएगा कि कश्मीर में आग लगाने वाले कौन हैं। उन्होंने कहा कि आम लोग शांति से रहना चाहते हैं,वह एक सामान्य और सुरक्षित वातावरण में जीना चाहते हैं। इसलिए वह अब अलगाववादियों और आतंकियों का समर्थन नहीं करते। यही कारण है कि उत्तरी कश्मीर में अब आतंकी नाममात्र ही है,जबकि विदेशी आतंकियों की संख्या ज्यादा है।
आतंकियों की संख्या पर स्पष्ट जवाब से बचते हुए महानिदेशक ने कहा कि आतंकियों को अभी तक किसी ने गिना नहीं है, लेकिन एक बात तय है कि दक्षिण कश्मीर की तुलना में उत्तरी कश्मीर में विदेशी आतंकियों की संख्या ज्यादा है। दक्षिण में स्थानीय आतंकी ज्यादा हैं।
इससे पूर्व जवानों व अधिकारियों को संबोधित करते हुए डॉ. वैद ने कहा कि कुछ महीनों के दौरान पुलिस ने जिस कार्यकुशलता का परिचय दे हालात पर काबू पाया है, सराहनीय है। कुछ महीनों में 60 से ज्यादा युवकों को आतंकवाद के रास्ते से वापस लाकर न सिर्फ उन्हें बल्कि उनके परिवारों को भी तबाह होने से बचाया गया है।
उन्होंने हाल ही में बारामुला व पुंछ में 60 किलो हेरोईन बरामद करने के लिए पुलिसकर्मियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नशे के खिलाफ जंग को हम जनता की भागीदारी से अंजाम तक पहुंचाएंगे।
उन्होंने इस मौके पर बताया कि उत्तरी कश्मीर के 134 एसपीओ को उनके कार्य प्रदर्शन के आधार पर बतौर कांस्टेबल नियमित किया गया है जबकि 154 जवानों व अधिकारियों को उनकी कर्तव्यनिष्ठा के आधार पर समय पूर्व एक रैंक पदोन्नति भी प्रदान की गई है।
उन्होंने राज्य पुलिस के जवानों व अधिकारियों के कल्याण के लिए किए जा रहे उपायों का जिक्र करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में कई लंबित मामलों को हल कर दिया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को जनता की पूरी मदद करने और कानून व्यवस्था भंग करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए हमेशा तैयार रहने को भी कहा।