सब्जार को सौंपी जानी थी दक्षिण कश्मीर की कमान
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर का कंधार कहलाने वाले त्राल (पुलवामा) में शनिवार को 10 लाख का ईनामी सब
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर का कंधार कहलाने वाले त्राल (पुलवामा) में शनिवार को 10 लाख का ईनामी सब्जार अहमद भट्ट का मारा जाना हिजबुल मुजाहिदीन के लिए सबसे बड़ा नुकसान है। जाकिर मूसा के हिज्ब छोड़ने के बाद सब्जार को हिज्ब प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन दक्षिण कश्मीर की कमान सौंपने जा रहा था। दो वर्षो से त्राल, खुन्मोह, अनंतनाग और साथ सटे इलाकों में 27 वर्षीय सब्जार का स्थानीय नेटवर्क अन्य साथियों से कहीं ज्यादा मजबूत होने के अलावा दक्षिण कश्मीर में सक्रिय लश्कर और जैश के विदेशी आतंकियों के साथ उसका समन्वय बहुत मजबूत माना गया।
सब्जार ने साथी शाकिर के साथ हिजबुल मुजाहिदीन का दामन थामा था। गत वर्ष मारे गए बुरहान वानी ने दोनों को पहले घर लौटने को मजबूर किया था। सब्जार ने जब एक नया संगठन बनाने की धमकी दी थी तो बुरहान ने उसे राइफल लूटने को कहा था। सब्जार ने यह जिम्मा पूरा किया और अप्रैल 2015 में आतंकी बन गया। दक्षिण कश्मीर में राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल में तैनात वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जाकिर मूसा, रियाज नायकू, सद्दाम पडर और सब्जार अहमद ही हिज्ब के सबसे खतरनाक आतंकियों में गिने जाते हैं। पंचायत सदस्यों पर हमले, सुरक्षाबलों का मुखबिर होने पर किसी भी ग्रामीण की पिटाई या हत्या, सुरक्षाबलों पर हमले की रणनीति तय करना और उनमें भाग लेने में सब्जार शामिल रहता था। वह अन्य साथियों की तुलना में ज्यादा खतरनाक था। सब्जार की स्थानीय और विदेशी आतंकियों में ही नहीं, आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क या अलगाववादी खेमे में पैठ का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जाकिर मूसा ने हिज्ब से नाता तोड़ने के बाद जब अपना नया इस्लामिक संगठन बनाने की कवायद शुरू की तो उसे सब्जार ने रुकवाया। सब्जार के कहने पर मूसा को मनाने के लिए हिज्ब की कमान काउंसिल वादी में सक्रिय अपने ओवरग्राऊंड नेटवर्क की मदद ले रही है। सब्जार को जाकिर के बाद कमान देने की सलाहुद्दीन ने पूरी तैयारी की थी। उसने जाकिर मूसा को वापस लाने का यकीन दिलाते हुए इससे इंकार किया था।
गौरतलब है कि जाकिर मूसा और सब्जार में तीन माह पहले कुछेक मामलों पर झगड़ा भी हुआ था। अबु जरार के कोड नाम से सक्रिय सब्जार ने ही सोशल मीडिया पर बुरहान को हीरो बनाने में जाकिर मूसा के साथ मिलकर सक्रिय भूमिका निभाई है। बुरहान के बाद सोशल मीडिया पर सब्जार ही सबसे ज्यादा छाया रहा है। वह जाकिर से ज्यादा लोकप्रिय रहा है। हिजब उसे पोस्टर ब्वॉय के तौर पर धीरे धीरे हवा देने लगा था और उसके सहारे नए लड़कों की भर्ती भी तेज कर रहा था। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि सब्जार के मौत से त्राल के ऊपरी हिस्सों में हिज्ब का नेटवर्क कमजोर होगा। नए लड़कों की भर्ती प्रभावित होने के अलावा उसे सबसे ज्यादा जो नुकसान है, वह कोई नया प्रभावशाली कमांडर जल्द नहीं मिलेगा। सद्दाम पडर और रियाज नायकू को वह जिम्मेदारी दे सकता है, लेकिन यह दोनों हिज्ब के दिखावे वाले सियासी एजेंडे से कहीं ज्यादा इस्लामिक राज के प्रति झुकाव रखते हैं।