हिंसक झड़पों में पांच सुरक्षाकर्मियों समेत 12 लोग घायल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने शुक्रवार को सभी क
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने शुक्रवार को सभी कॉलेजों व हायर सेकेंडरी स्कूलों को बंद रखा, लेकिन दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग से उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा तक फिर भी हिंसक झड़पें हुई। झड़पों में करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए।
हालांकि छात्रों की जगह अलगाववादी संगठनों के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक जगह-जगह राष्ट्रविरोधी जुलूस निकालते और पथराव करते नजर आए। जुलूस और पथराव का बहाना पुलवामा में छात्रों पर लाठीचार्ज व पीडि़त छात्रों से संवेदना जताने का रहा।
गौरतलब है कि शनिवार को पुलवामा में सुरक्षाकर्मियों के साथ हिंसक झड़पों में 50 से ज्यादा छात्र जख्मी हुए थे। इस घटना के बाद से पूरी वादी में तनाव बना हुआ है। अलगाववादियों ने लोगों से नमाज-ए-जुम्मा के बाद पुलिस कार्रवाई में जख्मी छात्रों के साथ संवेदना जताने के लिए राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों का आह्वान किया था।
अलगाववादियों के आह्वान को देखते हुए प्रशासन ने पूरी वादी में कॉलेजों व हायर सेकेंडरी स्कूलों को बंद रखते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। दोपहर तक हर जगह स्थिति लगभग सामान्य रही। उसके बाद नमाज-ए-जुम्मा के साथ ही हिंसक झड़पें शुरू हो गई।
मैसूमा में नमाज के बाद जेकेएलएफ कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रविरोधी नारेबाजी करते हुए लालचौक की तरफ मार्च निकालने का प्रयास किया, लेकिन दशनामी अखाड़ा चौक में पुलिस के रोके जाने पर प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया। कुछ ही देर में वहां हिंसक झड़पें शुरू हो गई। इसी दौरान डाउन-टाउन में नमाज-ए-जुम्मा के बाद जामिया मस्जिद से नारेबाजी करते हुए हुर्रियत के उदारवादी गुट के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल कुछ युवकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पाकिस्तानी व आतंकी संगठनों के ध्वज भी लहराए। पुलिस ने जब इन युवकों को पकड़ने का प्रयास किया तो हिंसक झड़पें शुरू हो गई, जो देर शाम तक जारी थी।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, कुलगाम व अनंतनाग में भी छात्रों से संवेदना जताते हुए नमाज-ए-जुम्मा के बाद अलगाववादी तत्वों ने जुलूस निकाले और सुरक्षाबलों पर पथराव किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति को संभाल लिया।
इसी बीच उत्तरी कश्मीर केसोपोर, पलहालन, दिवर, अजस व बांडीपोर के अलावा कुपवाड़ा में लोगों ने सड़कों पर उतर कर देश विरोधी नारेबाजी करते हुए रैलियां निकालने की कोशिश की। सुरक्षाबलों के रोके जाने पर प्रदर्शनकारी उनसे भिड़ गए और पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। सुरक्षाबलों व प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों का सिलसिला देर शाम तक रुक-रुक कर जारी था।
पुलिस ने इन झड़पों में किसी के घायल होने की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन संबंधित सूत्रों ने बताया कि पांच सुरक्षाकर्मियों समेत करीब एक दर्जन लोगों को चोट पहुंची है।