अंतर्कलह पर महबूबा ने साधी चुप्पी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : मंत्रिमंडल विस्तार के बाद संगठन में शुरू हुई अंतर्कलह पर मुख्यमंत्री महबूबा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : मंत्रिमंडल विस्तार के बाद संगठन में शुरू हुई अंतर्कलह पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बेशक शनिवार को पूरी तरह चुप्पी साधे रखी, लेकिन 10 माह बाद मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल होने से उत्साहित अल्ताफ बुखारी ने कहा कि यह तो घरेलू झगड़ा है, जल्द ही शांत हो जाएगा। इस बीच, दक्षिण कश्मीर के नूराबाद में नाराज पीडीपी कार्यकर्ताओं ने अपने विधायक अब्दुल मजीद पडर को मंत्री न बनाए जाने पर जुलूस निकाला। उन्होंने कहा कि अगर अब्दुल मजीद को मंत्री न बनाया गया तो आगामी पंचायती और लोकसभा चुनावों का बहिष्कार होगा।
महबूबा मंत्रिमंडल में शुक्रवार को अमीराकदल के विधायक अल्ताफ बुखारी को पुन: मंत्री बनाने व पांच अन्य मंत्रियों के विभागों में बदलाव से नाराज दो मंत्रियों सईद बशारत बुखारी और मौलवी इमरान रजा अंसारी ने इस्तीफा दे दिया था। कई अन्य विधायक भी मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराज हो चुके हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद पीडीपी में जबरदस्त गुटबाजी शुरू हो चुकी है। संगठन में विभाजन के कयास भी लगाए जा रहे हैं।
पीडीपी में जारी अंतर्कलह के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती श्रीनगर में बागवानी विभाग के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचीं। उनके साथ मंत्री बने सईद अल्ताफ बुखारी भी थे। महबूबा से जब मंत्रिमंडल विस्तार और मंत्रियों के विभागों में फेरबदल पर बातचीत का प्रयास किया गया तो उन्होंने पूरी तरह मौन धारण कर लिया। वह सिर्फ बागवानी विकास, अमन बहाली की बात ही करती रहीं।
अलबत्ता, अल्ताफ बुखारी जो मंत्रिपद न मिलने से कभी नाराज थे और दोबारा मंत्री बनने के बाद खुश हैं, उन्होंने कहा कि जिस नाराजगी और कलह की बात कर रहे हैं, वह कोई बड़ी बात नहीं है। यह तो हमारे घर का एक छोटा सा मसला है। जिस तरह घर में होने वाले झगड़ों को जल्द ही हल कर लिया जाता है, उसी तरह मौजूदा विवाद भी हल हो जाएगा। पीडीपी में कोई बगावत नहीं है।
इस बीच, दक्षिण कश्मीर के नूराबाद से पीडीपी विधायक अब्दुल मजीद पडर के समर्थकों ने पार्टी हाईकमान के खिलाफ जुलूस निकाला। उन्होंने मजीद पडर को दोबारा मंत्री बनाने की मांग की है। अब्दुल मजीद पडर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुफ्ती मुहम्मद सईद के दौर में पशुपालन, पीएचई एवं वन राज्यमंत्री थे, लेकिन महबूबा ने मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें मंत्री नहीं बनाया था। नूराबाद के पीडीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूरे कुलगाम जिले में सिर्फ नूराबाद सीट ही पीडीपी को मिली और उसके बावजूद हमारे विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। यह हमारे साथ अन्याय है। अगर मुख्यमंत्री महबूबा ने उन्हें मंत्रीपद नहीं दिया तो आगामी पंचायती चुनावों और लोकसभा चुनाव में हम शामिल नहीं होंगे। इस संदर्भ में जब अब्दुल मजीद पडर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि किसे मंत्री बनाना है और किसे नहीं, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। अगर कार्यकर्ता नाराज हैं तो उसमें मेरा हाथ नहीं है। बेहतर है कि आप कार्यकर्ताओं से या पार्टी के वरिष्ठनेताओं से ही इस बारे में बात करें।