संसद, विधानसभाओं और अदालतों में भी राष्ट्रगान बजाया जाए : उमर
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक प्रमुख उमर अब्दुल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शुक्रवार को कहा कि केवल सिनेमाघरों में ही क्यों, संसद, विधानसभाओं और अदालतों में भी राष्ट्रगान क्यों नहीं बजाया जाना चाहिए।
उमर ने अपनी यह प्रतिक्रिया ट्वीटर पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी एक ट्वीट के जवाब में व्यक्त की है। उमर ने लिखा है कि बहस का मुद्दा यह नहीं है। यकीनन हम राष्ट्रगान का सम्मान करते हैं। प्रश्न यह है कि केवल सिनेमाघरों में ही क्यों, संसद में प्रतिदिन क्यों नहीं।
काग्रेस नेता ने ट्वीट किया था कि राष्ट्रगान पर शीर्ष न्यायालय के आदेश की आलोचना पर हैरान हूं। अगर भारतीय ही अपने राष्ट्रगान के सम्मान में नहीं उठेंगे तो क्या पाकिस्तानी उठेंगे। अब्दुल्ला ने प्रश्नात्मक लहजे में कहा कि क्यों केवल सिनेमा घरों में देशभक्तिके पाठ की जरूरत है। इन्हें अदालतों में प्रतिदिन क्यों नहीं बजाया जाए।