जामिया मस्जिद में पांच माह बाद मीरवाइज ने दिया भाषण
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : वादी में शुक्रवार को पांच महीने बाद ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : वादी में शुक्रवार को पांच महीने बाद ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक नमाज-ए-जुम्मा अदा करने के लिए एतिहासिक जामिया मस्जिद पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ नमाज अदा की बल्कि भाषण भी दिया और राष्ट्रविरोधी भावनाओं को भड़काते हुए जुलूस का नेतृत्व करते हुए कहा कि जल्द ही कश्मीर की आजादी के लिए हिंदोस्तान के खिलाफ एक ठोस व दीर्घकालिक कार्यक्रम का एलान किया जाएगा।
जुलूस के दौरान गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान के झंडों के साथ कश्मीर की आजादी समर्थक नारेबाजी और रगड़ा-रगड़ा, भारत रगड़ा जैसे भड़काऊ नारे भी खूब गूंजे। गौरतलब है कि श्रीनगर में अलगाववादियों का गढ़ माने जाने वाले डाउन-टाउन स्थित एतिहासिक जामिया मस्जिद में उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक हर शुक्रवार को भाषण देते हैं। हुर्रियत प्रमुख कश्मीर के मुख्य मजहबी नेता भी हैं। जामिया मस्जिद में होने वाला उनका भाषण कश्मीर की सियासत में बहुत अहमियत रखता है, क्योंकि इसमें वह कश्मीर की अलगाववादी सियासत से जुड़े मुद्दों पर रणनीति का खुलासा करते हैं, लेकिन आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद वादी में शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों के चलते डाउन-टाउन में जहां अक्सर निषेधाज्ञा से जामिया मस्जिद बंद रही, वहीं मीरवाइज मौलवी भी जेल में रहे।
अलबत्ता, वादी में सुधरते हालात के बीच बेशक मीरवाइज एक माह पहले रिहा हुए थे, लेकिन घर में ही नजरबंद रहे। जामिया मस्जिद में गत शुक्रवार को 19 जुम्मों के बाद 20वें जुम्मे को नमाज हुई थी। इसमें मीरवाइज मौलवी घर में नजरबंद होने के कारण जामिया मस्जिद तक नहीं पहुंच पाए थे।
आज प्रशासन ने वादी में सुधरते हालात का संज्ञान लेते हुए उनकी नजरबंदी समाप्त कर दी और वह दोपहर करीब एक बजे अपने समर्थकों संग नमाज-ए-जुम्मा अदा करने के लिए जामिया मस्जिद पहुंचे। उन्होंने नमाज से पूर्व अपने भाषण में नई दिल्ली पर कश्मीर में मानवाधिकार हनन के सभी रिकॉर्ड तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए जान देने वालों के खून के साथ कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर की आजादी तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। मीरवाइज ने इस दौरान लोगों से हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा जारी हड़ताली कैलेंडर पर सख्ती से अमल का आग्रह करते हुए कहा कि जल्द ही एक ठोस रणनीति का खुलासा किया जाएगा, जो कुछ दिनों के लिए नहीं बल्कि एक लंबे समय के लिए होगी।
नमाज के बाद मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने जामिया मस्जिद से लेकर राजौरीकदल तक राष्ट्रविरोधी रैली का भी नेतृत्व किया, लेकिन जब मीरवाइज अपने निवास की तरफ निकल गए तो उनके समर्थक वहां तैनात सुरक्षाबलों पर पथराव करने लगे। उन्होंने पाकिस्तानी झंडे लहराते हुए जवानों को पत्थरों से निशाना बनाना शुरू कर दिया। इस पर सुरक्षाबलों ने भी बल प्रयोग किया और कुछ ही देर में डाउन-टाउन में हिंसक झड़पों का दौर शुरू हो गया, जो देर रात तक जारी था।