निट में अकादमिक गतिविधियां बहाल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में सुधरते हालात के बीच राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) में भी अ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में सुधरते हालात के बीच राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) में भी अकादमिक गतिविधियां बहाल हो गई हैं। अधिकांश छात्र कैंपस में लौट आए हैं। गत चार माह में हुए नुकसान की भरपाई के लिए इस बार निट छात्रों को जहां सर्दियों का अवकाश नहीं मिलेगा, वहीं अब सप्ताह में पांच नहीं छह दिन कक्षाएं चलेंगी। यह जानकारी निट निदेशक प्रो. एआर डार ने दी है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि निट निदेशक प्रो. डार ने राज्यपाल एनएन वोहर को बताया कि परिसर में बीटेक-प्रथम सत्र की अकादमिक गतिविधियां 28 नवंबर को बहाल हो गई हैं। पीएचडी और एमटेक की अकादमिक गतविधियां व संबधित शोध कार्य निर्विघ्न जारी हैं। बीटेक-सातवें सत्र की कक्षाएं 15 दिसंबर 2016 से शुरू होंगी। तीसरे और पांचवे सत्र की कक्षाएं पहली जनवरी 2017 को शुरू की जाएंगी। पांचवे सत्र के बीटेक छात्र इस समय इंटर्नशिप और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर है। सातवें सत्र के बीटेक छात्र अंतिम वर्ष के प्रोजेक्ट व सेमिनार पर काम कर रहे हैं। निट मे अकादमिक गतिविधियों को सुचारु बनाने और छात्रों की सुविधा के लिए कई ठोस कदम उठाए गए हैं। कक्षाओं व हॉस्टल परिसर में ठंड से बचाव के लिए गर्मी का पर्याप्त प्रबंध करते हुए ऑनलाइन टीचिंग व ई-लेक्चर की व्यवस्था कर दी है। प्रो. डार के अनुसार, वादी में चार माह के दौरान रहे हालात से निट में अकादमिक गतिविधियों को पहुंचे नुक्सान की भरपाई के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार सर्दियों शीतकालीन अवकाश नहीं होगा और सप्ताह में पांच के बजाय छह दिन परिसर में अकादमिक गतिविधियां बहाल रहेंगी। अन्य अवकाश रद किए हैं। गौरतलब है कि राज्यपाल एनएन वोहरा ने गत दिनों मंडलायुक्त बसीर अहमद खान को निर्देश दिया था कि वह निट में अकादमिक गतविधियों को सुचारु बनाने के लिए बिजली-पानी समेत सभी आवश्यक सुविधाओं की बहाली के लिए संबधित प्रशासन को सहयोग करें। राजभवन के प्रवक्ता ने प्रो एआर के दावों की पुष्टि करते हुए बताया कि राज्यपाल वादी ं गत जुलाई से जारी हालात से अकादमिक गतिविधियों को पहुंचे नुक्सान से अत्यंत दुखी हैं। उन्होंने इस नुक्सान की भरपाई के लिए संबंधित अधिकारियों व संस्थानों को तत्काल कदम उठाने और कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में लंबित परीक्षाओं को तत्काल आयोजित करने पर जोर दिया है। उन्होंने बीते दिनों इसी सिलसिले में राज्य में विभिन्न कालेज प्रबंधकों, विश्वविद्यालयों के उपकुलपतियों, निट निदेशक व अन्य संबंधित अधिकारियों से भी बैठक की थी।