फारूक ने रसोई गैस सब्सिडी के लिए किया आवेदन
अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला अब अपने लिए रसोई गैस कनेक्शन के कारण चर्चा में हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला अब अपने लिए रसोई गैस कनेक्शन के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गैस सब्सिडी छोडऩे के लिए चलाए गए अभियान में शामिल होने के बजाय सब्सिडी लेने के लिए आवेदन किया है। ऐसे में गैस सब्सिडी का यह मामला अब राज्य में सियासत मुद्दा भी बनने लगा है और इसपर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं।</div> <div>डॉ. फारूक ने आधार कार्ड के बिना एलपीजी सब्सिडी गैस कनेक्शन का एक आवेदन श्रीनगर में दुर्गा नगर स्थित सुपर गैस सर्विस स्टेशन में पिछले महीने 14 अगस्त को जमा कराया है। इस आवेदन में उन्होंने उपभोक्ता नंबर : 637914 के तहत अपने फोन नंबर और बैंक खाते का नंबर भी भरा है, ताकि सरकार की ओर से भेजे जाने वाली गैस सब्सिडी मिल सके।</div> <div>यह बात ओर है कि डॉ. फारूक ने पिछले साल हुए संसदीय चुनावों में अपनी वार्षिक आय 10 लाख से ज्यादा बताते हुए 13 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति घोषित की थी। इस संदर्भ में जब डॉ. फारूक अब्दुल्ला से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो फोन उठाने वाले ने बताया गया कि डॉ. साहब बैठक में व्यस्त हैं। इसलिए बात नहीं कर सकते।</div> <div>गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लोगों से गैस सब्सिडी छोडऩे का आह्वान किया था तो उस समय डॉ. फारूक ने कहा था कि गैस सब्सिडी लेने या न लेने का फैसला संबंधित सांसद, विधायक और उपभोक्ता के जमीर पर ही है। जब उनसे यह पूछा गया था कि क्या वह खुद सब्सिडी छोडऩे को तैयार हैं तो जवाब आया था कि मेरे लिए फिक्र करने की जरूरत नहीं है। मैं जो चाहूंगा, वहीं करूंगा। इस संदर्भ में जब नेकां प्रवक्ता जुनैद अजीम मट्टू से सपंर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह कोई सियासी मामला नहीं है और न ही यह नेशनल कांफ्रेंस से जुड़ा मसला है, यह एक व्यक्ति विशेष का निजी मामला है। इसलिए मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं कर सकता।</div> <div> </div> <div>पीडीपी ने फारूक को छह साल मुफ्त एलीपीजी देने की दिया प्रस्ताव</div> <div> </div> <div>पीडीपी के प्रवक्ता वहीद-उर-रहमान पारा ने डॉ. फारूक अब्दुल्ला द्वारा एलपीजी सब्सिडी का लाभ लिए जाने की निंदा करते हुए कहा कि उनके पास किस चीज की कमी है। वह काफी अमीर हैं, वह खुद को किसी बादशाह से कम नहीं समझते और उसके बाद भी सब्सिडी ले रहे हैं। अगर वह इतने ही गरीब हैं तो हम उन्हें छह साल के लिए मुफ्त एलपीजी देने को तैयार हैं।</div> <div> </div> <div>गरीब का हक खा रहे फारूक: भाजपा</div> <div>भाजपा विधायक रवीन्द्र रैना ने फारूक अब्दुल्ला पर गरीबों का हक खाने का आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि फारूक लंदन में इलाज करवा सकते हैं, लेकिन रसोई गैस सब्सिडी के मामले में वह गरीब बनते हैं। उन्होंने कहा कि फारूक जैसे अमीर लोग सब्सिडी लेकर क्या साबित करना चाहते हैं। अगर फारूक सब्सिडी छोड़ देते तो इसका फायदा राज्य के किसी गरीब इंसान को होता।</div>