दो गुटों में बंटी मां सिंहासनी की यात्रा
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : मां सिंहासिनी की चिंट्टो यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु दो गुटों में बंट
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ :
मां सिंहासिनी की चिंट्टो यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट की छड़ी यात्रा शुक्रवार को मां सिंहासनी पहुंची, जबकि दूसरे गुट की छड़ी यात्रा नौ जुलाई को मां के दरबार पहुंचेगी। दोनों ही गुट अपने तर्को को रख कर अपनी छड़ी यात्रा को सही करार दे रहे हैं। जबकि अर्से से इस यात्रा का संचालन कर रही संस्था ने नई संस्था की छड़ी यात्रा पर सवाल उठाते हुए प्रशासन व पुलिस में भी इस मामले की शिकायत की है।
जब भी कोई देव स्थान या वहां जाने वाली यात्रा प्रसिद्ध हो जाती है, तो चढ़ावा बढ़ने के साथ ही मंदिर प्रबंधन व यात्रा संचालन को लेकर गुटबाजी शुरू हो जाती है। ऐसा ही सिंहासनी माता सेवा संस्था में भी देखने को मिला है। पाडर इलाके का माता सिंहासनी का मंदिर चिंट्टो गांव में सैकड़ों वर्ष पुराना है। पाडर की परंपरा के मुताबिक वर्षो से यहां पर छड़ी यात्रा चशोती गांव से चलती है। पहले इस यात्रा में स्थानीय लोग ही शामिल होकर इस यात्रा को आयोजित करते थे। कुछ सालों से राज्य के विभिन्न जिलों से भी श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होने लगे।
इसी तरह जम्मू के डिगयाना क्षेत्र से माता के भक्त ज्योति के साथ चिंट्टो गांव तक यात्रा निकालने लगे। जोकि गुलाबगढ़ में मां सिंहासनी के दरबार जाने वाली मुख्य छड़ी के साथ मिलते थे। वहां से सभी एक साथ मां के दरबार पहुंचते थे।जानकारी के मुताबिक पिछले वर्ष किसी बात को लेकर डिगयान व पाडर क्षेत्र से यात्रा लेकर जाने वाले लोग दो गुटों में बंट गए। अब डिगयाना से आने वाली छड़ी निर्धारित समय से पहले ही ज्योति के साथ शुक्रवार को मां सिंहासनी के दरबार में पहुंची। इसमें भी जम्मू व अन्य जिलों से कई श्रद्धालु शामिल थे, मगर इस बात को लेकर सिंहासनी माता सेवा संस्था के प्रधान गुरदेश कुमार व चशोती गांव से छड़ी लाने वाले मां के परम भक्त ठाकुर लाल खासे नाराज हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर में कोई भी किसी भी समय जा सकता है, मगर कुछ लोग उनकी संस्था का नाम से यात्रा निकाल रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि उनकी संस्था राज्य सरकार के पास पंजीकृत है व संस्था के कुछ नियम व कानून है। जिसे लेकर संस्थान प्रशासन व पुलिस में शिकायत कर मामले की जांच करने को कहा है। संस्था की ओर से छड़ी यात्रा नौ जुलाई को मां के दरबार के लिए रवाना होगी।
उधर इस शिकायत के आधार पर पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।