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पुलिस की चेक पोस्ट की इमारत खस्ताहाल में

संवाद सहयोगी महानपुर : कस्बे के नजदीकी रिहालता मोड़ पर पुलिस विभाग द्वारा बनाई गई चेकपोस्ट की इमारत इ

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Feb 2017 11:52 AM (IST)Updated: Fri, 24 Feb 2017 11:52 AM (IST)
पुलिस की चेक पोस्ट की इमारत खस्ताहाल में
पुलिस की चेक पोस्ट की इमारत खस्ताहाल में

संवाद सहयोगी महानपुर : कस्बे के नजदीकी रिहालता मोड़ पर पुलिस विभाग द्वारा बनाई गई चेकपोस्ट की इमारत इस समय खंडहर का रूप धारण कर चुकी है, परंतु विभाग ने आज तक इस इमारत की सुध नहीं ली, जिस कारण यह इमारत इस समय पूरी तरह से नष्ट होने की कगार पर है। इस इमारत को पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन विभाग ने लगभग बीस लाख की लागत से वर्ष 2005 में धार सड़क मार्ग पर रिहालता मोड़ के नजदीक चेकपोस्ट के लिए बनाया था। इसमें तीन कमरे तथा एक हवालात और एक शौचालय था, परंतु इमारत बनने के बाद आज तक पुलिस विभाग ने इस इमारत में न तो पुलिस तैनात की और न ही इस इमारत के रखरखाव के लिए कोई कदम उठाया, जिस कारण यह इमारत लगातार खंडहर का रूप धारण करती जा रही है।

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इस समय इस इमारत की खिड़किया तथा दरवाजे टूट चुके हैं। छत पर लगाए गए पंखे भी गायब हो चुके हैं, जिस कारण यह इमारत असामाजिक तत्व के लोगों के लिए विश्राम गाह बनी हुई है। ऐसे में इस इमारत का इस्तेमाल होना काफी जरूरी है।

-गणेश सिंह।

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इस मोड़ पर सुरक्षा के लिहाज को देखते हुए पुलिस विभाग की चेक पोस्ट होना काफी जरूरी है, क्योंकि इस मोड़ से ही तीन प्रमुख क्षेत्रों को मार्ग जाता है, जिसमें बसोहली, कठुआ तथा बिलावर अगर इस इमारत में विभाग चेकपोस्ट बनाता है तो इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बेहतर कदम होंगे।

-संजीव शर्मा।

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विभाग ने लाखों रुपये की लागत से इस इमारत को बनाया, परंतु इस इमारत का न तो पुलिस विभाग ने कोई इस्तेमाल किया और न ही इमारत बनने के बाद किसी ने कोई सुध ली, जिस कारण सरकार की लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हो रहा है। जबकि इस इमारत को विभाग ने काफी बेहतर तथा नई तकनीक से बनाया था, परंतु इस इमारत का किसी प्रकार का लाभ नहीं लिया गया। अगर विभाग इस समय भी इस इमारत की सुध लेता है तो लाखों की संपत्ति को बचाया जा सकता है।

-जिया लाल।

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अधिकारी का कथन

चौकी प्रभारी महानपुर पवन सिंह का कहना है कि इस इमारत के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के बाद जल्द ही बेहतर इस्तेमाल के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे।


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