मालती रोड को ब्लैकटॉप करने की माग
संवाद सहयोगी, बिलावर : दो दशक पुरानी मालती की सड़क को न तो ग्रामीण विकास विभाग बना सका और न ही लोक नि
संवाद सहयोगी, बिलावर : दो दशक पुरानी मालती की सड़क को न तो ग्रामीण विकास विभाग बना सका और न ही लोक निर्माण विभाग। विकास के नाम पर खस्ताहाल सड़क और दो बाल्टी पानी के लिए महिलाओं को डेढ़ किलोमीटर पैदल यात्रा कर बावलियों का पानी लाना पड़ता है।
गढ़ पंचायत के मालती गाव की डेढ़ हजार आबादी जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण बदहाली का शिकार है। धार रोड से महज चंद मीटर दूर लोअर मालती के ग्रामीणों को इस कदर परेशानी झेलनी पड़ रही है कि डेढ़ दशक से बनी कच्ची सड़क पर आज तक तारकोल नहीं पड़ सका। कच्ची सड़क होने के कारण जब कभी भी बारिश होती है, सड़क पर कीचड़ जमा होने के कारण लोगों का चलना भी मुश्किल हो जाता है। स्थानीय हेम राज, सरन दास, मुंशी राम आदि ग्रामीणों ने मालती रोड पर तारकोल डालने की माग करते हुए कहा कि क्षेत्र में हर ओर सड़कों को ब्लैकटॉप करने का काम चल रहा है, लेकिन मालती की कच्ची सड़क को पक्का करने का किसी ने कोई प्रयास नहीं किया। ग्रामीणों न इसे ब्लैकटॉप करने की गुहार स्थानीय विधायक एवं उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह से की है। इस बारे में एईई लोक निर्माण विभाग लव कुमार शर्मा का कहना है कि मालती रोड का प्रपोजल बना है, जिसे मंजूरी मिलने के बाद ही आगे कुछ हो पाएगा।