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डेरों को शिफ्ट करने की आड़ में हो रही पशु तस्करी

संवाद सहयोगी, कठुआ : कश्मीर में गोवंशों की हो रही तस्करी के विरोध में शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 May 2017 02:44 PM (IST)Updated: Tue, 30 May 2017 02:44 PM (IST)
डेरों को शिफ्ट करने की आड़ में हो रही पशु तस्करी
डेरों को शिफ्ट करने की आड़ में हो रही पशु तस्करी

संवाद सहयोगी, कठुआ : कश्मीर में गोवंशों की हो रही तस्करी के विरोध में शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को शिवसैनिकों ने डीसी रमेश कुमार से मुलाकात करने के बाद साफ कर दिया कि अगर भविष्य में पशु तस्करी का प्रयास किया गया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से पुलिस व प्रशासन की होगी। डीसी कार्यालय परिसर में तस्करी बंद करने की मांग को लेकर शिव सैनिकों ने प्रदर्शन भी किया।

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शिवसेना प्रमुख नरेंद्र तांगड़ी ने कहा कि गत दिनों टोरसी में गोवंश के लिए की जाने वाली तस्करी के प्रयास को शिवसैनिकों ने विफल किया है, जबकि उनके पास डीसी कठुआ की अनुमति थी। उन्होंने आरोप लगाया कि डेरों को शिफ्ट करने की आड़ में ही तस्कर पशु तस्करी के प्रयास करते हैं। जिस ट्रक में मवेशी लादे जा रहे थे उन मवेशियों को इंजेक्शन दिए गए थे, ताकि वे बेहोशी की हालत में रहें। यही नहीं अनुमति छह मवेशियों की थी, जबकि उसमें पंद्रह मवेशी लादे जा रहे थे, जो कश्मीर ले जाए जाने थे। उन्होंने कहा कि कश्मीर में एक तरफ कहा जा रहा है कि माहौल खराब है। ऐसे में फिर मवेशियों का वहां भेजने की अनुमति प्रशासन क्यों देता है। प्रशासन को आखिर क्या जरूरत है या फिर क्या आपात मजबूरी है कि वह मवेशियों को कश्मीर भेजने की अनुमति देता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में किसी तरह की पशु तस्करी का प्रयास हुआ तो शिवसैनिक आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। वहीं, डीसी ने शिव सैनिकों को आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसी किसी तरह की अनुमति नहीं दी जाएगी। मवेशी तस्करी रोकने के लिए पुलिस को भी निर्देश दिए जाएंगे।

बता दें कि पड़ोसी राज्य पंजाब से भी पशु तस्करी के प्रयास किए जाते हैं। हालांकि समय-समय पर पुलिस उनके प्रयास विफल करती है, परंतु बावजूद इसके तस्कर किसी न किसी तरह से अपने नापाक इरादों को कामयाब बनाने का प्रयास करते हैं।


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