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एक शिक्षक के सहारे मिडिल स्कूल जंदरोटा

संवाद सहयोगी, बसोहली : मिडिल स्कूल जंदरोटा में अगर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के पदों को नहीं भरा तो ग

By Edited By: Published: Wed, 31 Aug 2016 06:08 PM (IST)Updated: Wed, 31 Aug 2016 06:08 PM (IST)

संवाद सहयोगी, बसोहली : मिडिल स्कूल जंदरोटा में अगर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के पदों को नहीं भरा तो गांव के लोगों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। एक ओर यहां राज्य एवं केंद्र सरकार हर बच्चे को शिक्षित करने के लिए प्रचार कर रही है वहीं जो बच्चे शिक्षित होना चाहते हैं विभाग उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। गांव के मिडिल स्कूल में सभी कक्षाएं चलती हैं। जबकि यहां केवल एक हैडमास्टर एवं एक शिक्षक को तैनात किया गया है। ऐसे में छात्रों को मिडिल स्कूल में सही प्रकार से शिक्षा प्राप्त नहीं हो रही है।

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गांव के सरपंच देवेंद्र सिंह ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि बसोहली बनी सड़क किनारे बसे इस गांव में न तो कोई निजी स्कूल है और न ही कोई सुविधा जिससे हर रोज लोग बसोहली में अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेज पाएं। इस क्षेत्र में अधिकांश लोग गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं और वह इतने अमीर नहीं की बाहर बच्चों को भेज पाएं। बसोहली कस्बे के आसपास के स्कूलों में यहां बच्चे कम हैं और शिक्षक ज्यादा मगर यहां पर एक ही शिक्षक को भेजा गया है। अगर शिक्षा विभाग ने इस स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की तो गांव के निवासियों को मजबूरी में आंदोलन की राह को पकड़ने को मजबूर होना पड़ेगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

इस बाबत जेडईओ तरसेम लाल का कहना है कि क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है। मगर इस के बावजूद वह शिक्षकों को तैनात करने के लिए कार्रवाई करेंगे।


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