स्टेडियम के अभाव में दम तोड़ रही प्रतिभाएं
संवाद सहयोगी, बिलावर : तहसील के युवाओं की प्रतिभा को निखाने के लिए सरकार अब तक युवाओं को स्टेडियम तक
संवाद सहयोगी, बिलावर : तहसील के युवाओं की प्रतिभा को निखाने के लिए सरकार अब तक युवाओं को स्टेडियम तक मुहैया नहीं करवा पाई है। वर्ष 1984 में स्टेडियम का निर्माण को शुरू करवाया गया था, लेकिन यह सरकारी उपेक्षा का शिकार बना और निर्माण अधूरा ही रह गया। 2006 में गुलाम नबी आजाद सरकार के खेल मंत्री रहे बाबू सिंह ने भी यहां मिनी स्टेडियम की घोषणा की थी, लेकिन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। पूर्व उमर सरकार में खेल मंत्री रहे आरएस चिब ने भड्डू आईटीआई की इमारत का उद्घाटन करते समय लोगों की माग पर स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद खेल मंत्री ताज मोहिउद्दीन ने 2013 में डिग्री कॉलेज बिलावर में स्टेट लेबल फेंसिंग प्रतियोगिता के दौरान हर गांव में दस कनाल जगह देने पर स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। लेकिन आगे का कोई प्रयास नहीं हो पाया।
आलम यह है कि तहसील के युवाओं को खेल गतिविधियों के लिए कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सरकारी उदासीनता के कारण उबड़-खाबड़ खेतों में ही प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं।
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बिलावर क्षेत्र के कई युवा राज्य सहित राष्ट्रीय स्तर पर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ताइक्वाइंडो में सिल्वर मेडल हासिल करने वाले कोटी निवासी मोहित सिंह, राष्ट्रीय स्तर पर 100 मीटर रेस में गोल्ड जीतने वाले गढ़ के अंकित शर्मा, जम्मू-कश्मीर रणजी टीम के लिए चुने गए बिलावर के क्रिकेटर पवन कुमार के अलावा जम्मू-कश्मीर स्टेट फेंसिंग में बरोटा से छोटू लाल शर्मा अपना लोहा मनवा चुके हैं। बिलावर में खेल प्रतिभाओं की भरमार हैं, जिन्हें तराशने की जरूरत है। इसके लिए स्टेडियम होना काफी जरूरी है।
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1984 में मिली थी स्टेडियम निर्माण को हरी झंडी
शेख अब्दुल्ला सरकार के कार्यकाल में बिलावर के देवल गाव में स्टेडियम बनाने को हरी झडी दी गई थी। यहा बिलावर के नाज ग्राउंड में स्टेडियम बनाने का काम भी शुरू हुआ था, लेकिन आगे कुछ नहीं हो पाया।
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बिलावर में बनेगा स्टेडियम
उप मुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने 21 अगस्त को बिलावर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उनकी बिलावर में स्टेडियम बनाने के लिए स्पोर्ट्स सचिव से चर्चा हुई है, जिससे निकटतम भविष्य में अमलीजामा पहनाया जाएगा।
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क्या कहते है अधिकारी
एसडीएम बिलावर राजेश्वर सिंह चाढ़क ने बताया कि प्रशासन के पास अभी तक स्टेडियम के संबंध में कोई पत्राचार नहीं हुआ है। हालांकिउनसे पूर्व रहे एसडीएम ने फिंतर व बिलावर के दस्तावेज संबधित विभाग को भेजे हैं।