Move to Jagran APP

टेंडर के बाद भी पार्किंग परियोजना अधर में

जागरण संवाददाता, कठुआ : राज्य में नई सरकार बनने के बाद भी प्रशासन सक्रिय होता नहीं दिख रहा है। पूर्व

By Edited By: Published: Wed, 06 May 2015 12:59 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 12:59 AM (IST)

जागरण संवाददाता, कठुआ : राज्य में नई सरकार बनने के बाद भी प्रशासन सक्रिय होता नहीं दिख रहा है। पूर्व सरकार के कार्यकाल में जो परियोजनाएं मंजूर हुई हैं, वह सिरे चढ़ती नहीं दिख रही हैं। दो वर्ष से मुखर्जी चौक स्थित 1.10 करोड़ की बहुउद्देश्यीय पार्किंग परियोजना का अब टेंडर लगने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पा रहा है, जिससे पार्किंग परियोजना अड़ंगे में फंसती दिख रही है। जबकि शहर में पार्किंग समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल होती जा रही है।

loksabha election banner

शहर में चौक-चौराहों पर बेतरतीब वाहनों के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। आम लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। गर्मी बढ़ने से समस्या और गंभीर होने लगी है, लेकिन प्रशासन समस्या के हल के लिए गंभीर नहीं दिख रहा है। जिन सरकारी कार्यालयों को तोड़ कर वहां पार्किंग बनाई जानी है, उनके शिफ्ट करने का अभी तक कोई स्थायी प्रबंध नहीं है। जहां पार्किंग स्थल बनाया जाना है वहां से सीएमओ, डिप्टी सीएमओ, एनआरएचएम, आयुर्वेद, मत्स्य पालन, मीट्रोलोजी, कुष्ठ रोग, खाद्य स्टोर और पुराना मिडिल व बिजली विभाग का कार्यालय है। इनकी इमारतें तोड़ कर वहां पार्किंग बनाना है। कार्यालय तोड़ने से पहले उन्हें कहां शिफ्ट करना है, इसके लिए कोई प्रबंध नहीं है और तोड़ने का टेंडर लगने के बाद भी किसी ने नहीं खरीदा है। इससे जाहिर होता है कि प्रशासन समस्या के प्रति कितना गंभीर है। जबकि दिसंबर माह में चुनावों के दौरान जम्मू के तत्कालीन मंडलायुक्त शांतमनु ने रातोंरात इस पार्किंग का शिलान्यास कर जल्द निर्माण के प्रति प्रशासन की गंभीरता दिखाने का प्रयास भी किया, लेकिन शहर की इस समस्या के जल्द समाधान के लिए प्रशासन प्रयास करता नहीं दिख रहा है।

शहर में अभी तक पार्किंग की सुविधा नहीं है, जिस कारण व्यस्त रहने वाली सड़कें अवैध पार्किंग से पटी रहती हैं। पार्किंग हटाने के लिए यातायात पुलिस भी तैनात नहीं है। शहर में दो वर्ष पूर्व मुखर्जी चौक स्थित बहुउद्देश्यीय पार्किंग परियोजना की मंजूरी हुई थी, जिसके निर्माण के लिए टेंडर भी लग चुका है। टेंडर का पहला हिस्सा पुराने सरकारी कार्यालयों को तोड़ कर पूरी भूमि को समतल बनाकर उसके बाद पार्किंग का निर्माण करना है, जो टेंडर की दूसरी प्रक्रिया होगी, लेकिन यहां पहली प्रक्रिया में टेंडर लगने के बाद भी तोड़ने का कार्य शुरू होता नहीं दिख रहा है।

जानकारी के अनुसार, जिन सरकारी कार्यालयों को तोड़ कर वहां भूमि समतल बनाई जाएगी वहां के कार्यालयों के लिए अभी तक प्रशासन ने दूसरे स्थान पर कोई प्रबंध नहीं किया है और न ही उन्हें प्रशासन की ओर से कोई कार्यालय शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

-----------------------

एक और प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने का काम शुरू

कठुआ : शहर में अभी पहली पार्किंग परियोजना सिरे चढ़ नहीं पा रही है। उधर, नगर परिषद ने पार्किंग के लिए एक और लाखों की योजना की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। इसके लिए साइट प्लान भी बन चुका है। नगर परिषद के कार्यालय के पीछे खाली भूमि को पार्किंग के लिए प्रयोग में लाने के लिए योजना बनाई जा रही है। हैरानी इस बात की है कि जो परियोजना मुखर्जी चौक में मंजूर हुई है वह मात्र 100 फीट की दूरी पर भी नहीं है। ऐसे में पहली योजना अभी सिरे भी नहीं चढ़ी है और दूसरे की योजना से लगता है कि प्रशासन विकास कार्य सिर्फ फाइलों में ही करवा रहा है।

-------------------------

पहला टेंडर किसी ने नहीं खरीदा, जिसके चलते अब दोबारा लगाया जाएगा। -कुलदीप सिंह नत्थयाल, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी कठुआ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.