परीक्षा में शामिल न करने पर मचा बवाल
संवाद सहयोगी, कठुआ : डिस्ट्रिक्ट हेल्थ सोसाइटी की ओर से मेल मल्ट्रीपर्पज हेल्थ वर्करों के लिए आवे
संवाद सहयोगी, कठुआ : डिस्ट्रिक्ट हेल्थ सोसाइटी की ओर से मेल मल्ट्रीपर्पज हेल्थ वर्करों के लिए आवेदन करने वालों को परीक्षा में शामिल न करने पर बवाल मच गया। गुस्साए आवेदकों ने स्वास्थ्य विभाग के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी पहले सीएमओ कार्यालय पहुंचे। इसके बाद सभी आवेदकों ने डीसी कार्यालय के समक्ष अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनसे भेदभाव बंद नहीं किया गया तो वह आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। प्रदर्शनकारियों में वीरेंद्र शर्मा, अंकुश कुमार व दीपक ने आरोप लगाया कि वह वर्ष 2008 के मेल मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर हैं। अब तक उन्हें रोजगार देने के लिए कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि फीमेल मल्टी पर्पज की आए दिन पोस्टें निकाली जाती हैं। अब मेल मल्टी पर्पज की पोस्टें निकाली गई हैं। जनवरी माह के अंतिम दिनों में उन्होंने आवेदन किया था, लेकिन अब विभाग उन्हें तहसील बनी की पोस्टों का हवाला देकर परीक्षाओं में शामिल होने से मना कर रहा है। अगर पोस्टें बनी के लिए ही थीं तो फिर पहले उनके आवेदनों को जमा क्यों किया गया। इससे पता चलता है कि विभाग ने साजिश के तहत बनी को छोड़ बाकी सभी वर्करों की अनदेखी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके बाद आवेदकों ने डीसी डॉ. शाहिद इकबाल से भेंट कर उन्हें पूरे मामले से अवगत करवाया। इस पर डीसी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि वह मामले की जांच कर सीएमओ से रिपोर्ट लेंगे।
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बनी ब्लॉक के लिए पोस्टें निकाली गई थीं। वहां के तीन दर्जन से अधिक आवेदन आए हैं। यहां के आवेदकों ने आवेदन दिए थे, जिन्हें पहले ही नियमों की जानकारी दे दी गई है। नियमों के अनुसार बनी के आवेदकों की ही नियुक्तिसंभव है। आवेदकों का गुस्सा जायज है। सरकार अगर मेल मल्टी पर्पज की पोस्टों को स्वीकृति देती है तो फिर इनकी नियुक्तियों के लेकर विभाग कार्रवाई करेगा।
-डॉ. आरके सांघड़ा, सीएमओ कठुआ।