नलबंदी के बाद भी महिला ने बच्चे को दिया जन्म
संवाद सहयोगी, बसोहली : क्षेत्र में चार वर्ष पहले लेप्रोस्कोपिक ऑपरेशन के बावजूद एक महिला ने बच्चे को
संवाद सहयोगी, बसोहली : क्षेत्र में चार वर्ष पहले लेप्रोस्कोपिक ऑपरेशन के बावजूद एक महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के परिवार कल्याण की टीम पर सवाल उठने लगे हैं।
32 वर्षीय जानू निवासी महिला उपजिला अस्पताल में बच्चे की डिलीवरी के लिए आई तो ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के होश उड़ गए। महिला ने चार बच्चों के बाद अपने परिवार को सीमित रखने के लिए नलबंदी करवाया हुआ था, लेकिन यह फेल हो गया और मजबूरी में उसे पांचवें बच्चे को जन्म देना पड़ेगा। गर्भवती महिला के पति मोहिन्द्र पाल ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी कर परिवार चलाता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे बताया कि अगर उसकी पत्नी का ऑपरेशन हो जाएगा तो उसे अनचाहे बच्चे से निजात मिलेगी। मगर उसे क्या मालूम था कि डॉक्टरों के ऑपरेशन फेल हो जाएंगे।
डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ती देख कठुआ जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है। मोहिन्द्र के साथ आए युवाओं ने बच्चे के जन्म के बाद जंदरैली अस्पताल से ऑपरेशन का रिकार्ड लेकर स्वास्थ्य विभाग को कोर्ट में घसीटने की बात कही।
इस संबंध में सीएमओ डॉ. आरके सांघडा का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में है। विभाग ने महिला को विभाग की ओर से आर्थिक मदद देने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है।