मतदाताओं को रिझाने का सिलसिला अभी नहीं
जागरण संवाददाता, कठुआ : विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं, लेकिन चुनाव प्रचार जैसा अभी कुछ
जागरण संवाददाता, कठुआ : विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं, लेकिन चुनाव प्रचार जैसा अभी कुछ भी नहीं दिख रहा है। कोई भी दल अभी प्रचार के लिए मतदाताओं को रिझाता नहीं दिख रहा है। संभावित उम्मीदवार भी अपना नाम तय न होने के कारण बैठकों आदि का सिलसिला शुरू नहीं कर रहे हैं। उससे चुनाव की घोषणा के बावजूद प्रचार जोर नहीं पकड़ रहा है। मुख्य कारण शायद अभी दो प्रमुख दलों की ओर से अपने उम्मीदवारों के नाम तय न करना है। सभी दल और संभावित उम्मीदवार नाम तय होने का इंतजार कर रहे हैं। मुख्य रूप से कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के नाम तय होने हैं। मतदाता भी इस बार राज्य में जम्मू संभाग के अधिकांश क्षेत्रों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मान रहे हैं। उम्मीदवारों के नाम तय करने में अभी दोनों दल एक दूसरे का मुंह ताक रहे हैं। हालांकि राज्य में दो प्रमुख दल पीडीपी और नेकां भी हैं, लेकिन उनका जनाधार जम्मू के बजाय कश्मीर संभाग में ही है। इस वजह से जम्मू संभाग के मतदाताओं की नजर कांग्रेस और भाजपा पर ही है। उम्मीदवारों के नाम तय न होने कारण संभावित उम्मीदवार भी प्रचार से दूर हैं। दोंनों दलों का चुनाव प्रचार न होने से क्षेत्र में अभी चुनावी बुखार नहीं है। सड़कें और गलियां शोर के बजाय अभी सुनसान दिख रही हैं। यहां तक कि निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले संभावित उम्मीदवार भी अभी सक्रिय नहीं हुए हैं और न ही उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू किया है। चौक चौराहे और सार्वजनिक स्थान झंडों और पोस्टरों से पटे नहीं हैं। हालांकि प्रशासनिक तौर पर गतिविधियां तेज हैं। अधिकारी आए दिन चुनावी तैयारियों की गतिविधि से जुड़े हैं। इस वजह से पूरा प्रशासन इस कार्य में व्यस्त हो चुका है। सभी अधिकारी चुनाव से संबंधित बैठकें रोज करते देखे जा रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक तौर पर चुनाव प्रचार से उम्मीदवार अभी दूर हैं। कठुआ जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। उनमें हीरानगर, कठुआ, बसोहली, बिलावर और बनी शामिल हैं। कठुआ विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय विधायक हैं। इससे पहले भी निर्दलीय विधायक था। बसोहली, हीरानगर और बनी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक हैं, जबकि बिलावर में कांग्रेस का विधायक है।