पहाड़ी क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश, सहमे हैं ग्रामीण
संवाद सहयोगी, बसोहली : रोजाना रुक-रुक कर हो रही बारिश से दूरदराज के ग्रामीण सहम गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके क्षेत्रों में कश्मीर जैसी भीषण आपात स्थिति बन जाए तो उनके पास कोई चारा नहीं है। पहले भी दस वर्ष पूर्व भूस्खलन की मार झेल चुके झेंखर के मोड़े कुंड एवं पूंडा पंचायत के मोडे़ अबधार के लोगों को अब भी वह भयानक मंजर याद है, जब दस वर्ष पूर्व भयंकर भूस्खलन हुआ था और गांव के दो घरों को भारी क्षति पहुंची थी।
गांव के पूट्टू राम, कृष्ण सिंह, सरपंच कृष्ण सिंह आदि ने बताया कि इस गांव में पहले भी एक बार भूस्खलन हुआ था और जिन परिवारों के आशियाने उजड़े, उन्हें प्रशासन की ओर से कोई ज्यादा मदद नहीं मिली। उन्हें अपने बलबूते पर ही पास के गांव में नया घर बनाना पड़ा।
कुंड गांव की भी यही कहानी है। यहां पिछले वर्ष भी घरों के ऊपर की पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और घरों के नीचे की पहाड़ी में भूस्खलन से लोगों को नुकसान पहुंचा। उससे लगभग तीन माह सन्नघाट सड़क बंद रही। गांव के सरपंच शेर सिंह ने बताया कि यह गांव पहले से ही खतरे में है। यहां ऊपर और नीचे दोनों ओर से खतरा है। अगर कहीं आपात स्थिति बनती है तो प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध करे।