डॉक्टर साहब! पहले दूंगी वोट फिर करना ऑपरेशन
राकेश शर्मा,कठुआ
'जान है तो जहान है' को एक महिला मतदाता ने 'देश है तो हम हैं' से चुनौती दी है। जी, हां पेट में पथरी के दर्द से परेशान महिला ने बुधवार को ऑपरेशन कराने से इन्कार कर दिया। वह हर हाल में वीरवार को ईवीएम का बटन दबाना चाहती है। लोकतंत्र में उसकी आस्था को देखकर डॉक्टर ने मरीज की अपील स्वीकार कर लिया।
दरालां नगरी निवासी राज देवी के पेट में पथरी है। वह पिछले कई महीनों से इस इस दर्द को सह रही हैं। लेकिन अक्सर रक्तचाप बढ़ने और मधुमेह रोगी होने की वजह से कई बार उनका ऑपरेशन टाल दिया गया। बुधवार को उन्हें उनके पति कृष्ण लाल जांच के लिए जिला अस्पताल लाए। डॉक्टर ने जांच के बाद उनका रक्तचाप सामान्य पाया और तुरंत ऑपरेशन के लिए कहा। लेकिन राज देवी ने कहा कि वह आज ऑपरेशन नहीं करना चाहती। पूछने पर कहा,'डॉक्टर साहब! यदि आज आप मेरा ऑपरेशन करेंगे तो कल मैं वोट कैसे दे पाऊंगी। आप से निवेदन है कि कल के बाद मेरे पेट से पथरी निकालना। पहले देश की सेहत ठीक करने में अपना योगदान दूंगी फिर अपनी चिंता।' यह सुनकर डॉक्टर पहले तो कुछ चकित हुए लेकिन राज देवी की इच्छा को देखकर उन्होंने दो दिन रुकने का फैसला किया। आपको बता दें कि राज देवी डोडा विस्थापित परिवार से हैं। उन्हें राहत और मुआवजा के नाम पर फूटी कौड़ी नहीं मिली। लेकिन देश और लोकतंत्र के प्रति उनकी आस्था पर इसका कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा। डोडा विस्थापित राज्य में आतंकवाद के दौर की शुरुआत में पलायन कर कठुआ के कई सुरक्षित स्थानों बसे थे। तीन दशक बीत जाने पर उन्हें कोई राहत नहीं मिली है।