ईडी ने यासीन मलिक समेत तीन को भेजा फेमा नोटिस
अगर एक माह के भीतर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो ईडी मलिक समेत तीनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो] । कश्मीर में अलगाववादियों की नकेल कसने की जारी प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 48.23 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के चेयरमैन मुहम्मद यासीन मलिक समेत तीन लोगों को फेमा नोटिस जारी किया है। अगर एक माह के भीतर नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो ईडी मलिक समेत तीनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
इस नोटिस का एनआइए द्वारा गत मई से कश्मीर में अलगाववादी व आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तानी फंडिंग की जारी जांच से कोई सरोकार नहीं है। यह नोटिस लगभग 16 साल पुराने मामले में जारी किया गया है।संबंधित अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2001 में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पत्नीटाप के पास स्थित कुद नामक स्थान पर पुलिस ने श्रीनगर की तरफ जा रहे एक वाहन में बैठे लोगों की तलाशी ली थी। इसी वाहन में सवार मुश्ताक अहमद डार व उसकी पत्नी शमीमा उर्फ शाजिया उर्फ बिट्टी से एक लाख अमेरिकी डालर पकड़े गए थे।
पूछताछ में उन्होंने बताया था कि यह सारा पैसा जेकेएलएफ के चेयरमैन मुहम्मद यासीन मलिक के लिए है। उस समय डालर के मुकाबले रुपये की कीमत के आधार पर यह कुल राशि भारतीय करंसी में 48.23 लाख रुपए बैठती थी। डार ने बताया था कि वह यह पैसा नेपाल से लेकर आया था। अधिकारियों ने बताया कि एक दशक से भी ज्यादा समय लंबी जांच पूरी होने के बाद अधिकारियों ने फेमा नोटिस जारी किया। नोटिस में यासीन मलिक, मुश्ताक डार और शाजिया को अगले 30 दिनों में अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है । उसके बाद उनके खिलाफ सिविल कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। ईडी ने मामले में मलिक को भी सम्मन किया था, लेकिन वह कभी पेश नहीं हुए।