अमरनाथ यात्रा संबंधी विशेष सामग्री
क्या करें :- 1. अपने साथ पर्याप्त गर्म कपडे़ रखें क्योंकि तापमान एकदम से पांच डिग्री तक गिर सकता ह
क्या करें :-
1. अपने साथ पर्याप्त गर्म कपडे़ रखें क्योंकि तापमान एकदम से पांच डिग्री तक गिर सकता है।
2. यात्रा मार्ग पर मौसम कभी भी बिगड़ सकता है। लिहाजा अपने साथ छाता, विंड शीटर, रेनकोट व वाटरप्रूफ जूते लेकर जाएं।
3. बारिश में सामान गीला न हो, इसके लिए कपड़े व खाने-पीने की चीजें वाटरप्रूफ बैग में ही रखे।
4. आपात स्थिति के लिए अपने किसी साथी यात्री का नाम, पता व मोबाइल नंबर लिखकर एक पर्ची अपनी जेब में रखें।
5. अपने साथ पहचान पत्र या ड्राइविंग लाइसेंस या यात्रा पर्ची जरूर रखे।
6. हमेशा ग्रुप में चलें और कोशिश करें कि आपके सामान को लेकर जा रहे पिट्ठू/घोड़े वाले के साथ चले।
7. अपने ग्रुप से अलग न हो।
8. यात्रा करने के बाद आधार शिविर से लौटते समय भी अपने ग्रुप के साथ ही निकले।
9. ग्रुप के किसी भी सदस्य के लापता होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके अलावा यात्रा कैंप से इसकी घोषणा भी करवाए।
10. शांति से यात्रा करें और अपने साथी यात्रियों की भी यात्रा करने में मदद करें।
11. यात्रा प्रबंधन की ओर से समय-समय पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करें।
12. पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि व आकाश भी भगवान शिव के अंश है। लिहाजा ऐसा कोई काम न करें जिससे यात्रा क्षेत्र में किसी तरह का प्रदूषण फैले।
13. पानी की बोतल, टार्च, मेवे, रोस्टेड चने व चॉकलेट अपने साथ रखें। यात्रा के दौरान इनकी जरूरत पड़ सकती है।
14. अपने साथ कोल्ड क्रीम, वैसलीन या सनस्क्रीन रखे। इससे सनबर्न से बचा जा सकेगा।
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क्या न करें :-
1. महिलाएं साड़ी पहनकर यात्रा न करें। यात्रा करने के लिए सलवार-कमीज, पेंट-शर्ट या ट्रैक सूट सबसे आरामदायक रहता है।
2. छह माह से अधिक की गर्भवती महिलाएं किसी भी सूरत में यात्रा न करें।
3. तेरह वर्ष से नीचे के बच्चों व 75 साल से अधिक के बुजुर्गो को यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
4. जिन क्षेत्रों में चेतावनी सूचना हो, वहां न रूके।
5. यात्रा मार्ग में काफी उतार-चढ़ाव है, इसलिए चप्पल पहनकर यात्रा न करें। केवल ट्रेकिंग जूते ही पहनकर यात्रा करें।
6. यात्रा के दौरान किसी तरह का शार्टकट न ले क्योंकि यह खतरनाक व जानलेवा हो सकता है।
7. खाली पेट कभी भी यात्रा न करें। ऐसा करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न हो सकती है।
8. ऐसा कोई कार्य न करें जिससे यात्रा मार्ग पर प्रदूषण फैलता हो या पर्यावरण को नुकसान पहुंचता हो।
9. पालीथिन का इस्तेमाल न करें क्योंकि जम्मू-कश्मीर में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध है और उल्लंघना करने पर सजा भी हो सकती है।
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स्वास्थ्य परामर्श :-
1. श्री अमरनाथ जी की पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए 14000 फुट की ऊंचाई तक ट्रैकिंग करनी पड़ती है।
2. ऊंचाई पर यात्रियों में निम्न बीमारियों के लक्षण पाए जा सकते है :- मन घबराना, उल्टी, थकान, कमजोरी, चक्कर आना, हल्की सिरदर्द, सोने में दिक्कत, दृष्टि दुर्बलता, मूत्राशय का काम न करना, शोक क्रिया में बांधा, शारीरिक अंगों के आपसी समन्वय का तालमेल बिगड़ना, पक्षघात होना, बेहाश, मानसिक अवस्था का बिगड़ना, बेसुधी, सांस लेने में दिक्कत होना, सांस फूलना, सांस चढ़ना, हृदयगति बढ़ना।
3. ऊंचाई पर होने वाली इन बीमारियों का अगर समय रहते उपचार न किया जाए तो कुछ ही घंटों में जानलेवा साबित हो सकती है।
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ऊंचाई वाले क्षेत्र में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए क्या करें :-
1. यात्रा के लिए शारीरिक तौर पर स्वास्थ्य बने। इसके लिए यात्रा आरंभ करने से एक माह पूर्व रोजाना चार-पांच किलोमीटर सुबह या शाम को सैर करे।
2. शरीर में आक्सीजन की क्षमता बढ़ाने के लिए लंबी सांस लेने का व्यायाम करें। योगा में प्राणायाम करे।
3. अगर आप किसी पुरानी बीमारी से ग्रस्त है तो यात्रा से पूर्व डाक्टर से जांच अवश्य करवाए।
4. नए वातावरण के प्रति अनुकूल होने के लिए रुक-रुक कर यात्रा करे। अधिक चढ़ाई वाले क्षेत्र में चलने से पहले थोड़ा विराम कर ले।
5. अपनी क्षमता के विपरीत अधिक चलने करने का प्रयास न करे।
6. कोई भी दवा खाने से पहले डाक्टर की सलाह अवश्य ले।
7. पानी की कमी व सिरदर्द से निपटने के लिए खूब पानी पीए। प्रतिदिन पांच लीटर पानी पीना फायदेमंद रहता है।
8. यात्रा मार्ग के दौरान भोजन करते समय श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट 'श्रीअमरनाथजीश्राइन.काम' पर दिए फूड मेन्यू का पालन करे।
9. कम ब्लड शूगर व थकावट से बचने के लिए कारबोहाइड्रेट्स युक्त भोजन का सेवन करे।
10. अपने साथ छोटा आक्सीजन सिलेंडर ले ताकि सांस लेने में दिक्कत होने की सूरत में तत्काल राहत मिल सके।
11. अधिक ऊंचाई पर जाने से अगर आपको बीमारियों के लक्षण मिलते है तो तत्काल निचले इलाके में वापिस लौट आए।
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ऊंचाई वाले क्षेत्र में होने वाली बीमारियों के लक्षण पाए जाने पर क्या न करे :-
1. इन लक्षणों को नजरअंदाज न करे।
2. शराब, सिगरेट या किसी नशीली चीज का सेवन न करे।
3. बीमारी का कोई भी लक्षण पाए जाने पर आगे बढ़ने की बजाय नजदीकी समतल इलाके(बेस कैंप) में लौट आए जहां आप कुछ देर आराम कर सके।
4. बीमार यात्री की हर बात न माने क्योंकि ऐसी सूरत में वे उचित फैसला लेने में योग्य नहीं रहते।
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